जिला कारागार फतेहगढ़ में अश्वनी कुमार त्रिपाठी जिला जज/अध्यक्ष के आदेशानुक्रम में नरेन्द्र प्रकाश, एडीजे/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कारागार का निरीक्षण एवं शिवम कुमार एसीजेएम द्वारा कारागार में लोक अदलत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में कारागार की ओर से 07 अभियुक्त के प्रकरण जुर्म स्वीकार कराने के आधार पर प्रस्तुत किये गये, जिसमें से मा० न्यायालय द्वारा पत्रावली का अवलोकन कर गुण-दोष के आधार पर सोवरन पुत्र गंगासिंह ,श्रीपाल पुत्र सीताराम ,अरूण पुत्र रामचन्द्र के प्रकरण का निस्तारण किया गया। बन्दियों के निस्तारण में सजा के साथ-साथ जुर्माना भी अधिरोपित किया गया। जुर्माने के सन्दर्भ में जेल अधीक्षक, भीमसैन मुकुन्द ने बताया कि जुर्माने की धनराशि परमार्थ संस्थान समाज सेवी संस्था के माध्यम से जमा करवा दिया जायेगा जिससे बन्दी अपनी मूल सजा पूर्ण होने के दिनांक में ही कारागार से रिहा कर दिये जायेगे। जेल विजिटर अधिवक्ता श्यामवीर सिंह सोमवंशी एवं मोहम्मद अताउल हक ने लोक अदालत के समक्ष बन्दियों के प्रकरणों को प्रस्तुत किया। नरेन्द्र प्रकाश एडीजे/ सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कारागार में मासिक निरीक्षण किया गया। सर्वप्रथम अस्पताल में भर्ती बन्दियों का निरीक्षण किया अस्पताल में जेल चिकित्सक विजय अनुरागी, फार्मासिस्ट यादवेन्द्र मोहन, लैब अटेन्ड हरिओम दीक्षित उपस्थिति मिले जेल चिकित्साधिकारी द्वारा बन्दियों को दी जा रही सुविधाओं के सन्दर्भ में बताया। बन्दी अर्जुन जाटव द्वारा उसके केस की पैरवी उसके परिवारिजन / भाई द्वारा न किये जाने की शिकायत की गई। बन्दी रामकिशोर पुत्र मातादीलन द्वारा जाँच / उपचार हेतु केजीएमयू लखनऊ की बात की गई, जिस पर जेल चिकित्सक द्वारा बताया गया कि बन्दी को चिकित्सक के परामर्श पर आवश्यकतानुसार केजीएमयू लखनऊ भेजा जा रहा है। बन्दी की सभी बीमारियाँ कारागार में दाखिल होने से पूर्व की है। उक्त बन्दी आजीवन कारावास से दण्डित होने के बाद 25 जनवरी 2023 को कारागार में दाखिल हुआ और तब से अब तक 02 केजीएमयू लखनऊ पुलिस सुरक्षा में वास्ते जॉच / उपचार भेजा जा चुका है। बैरक संख्या – 9ए, बी के निरीक्षण के दौरान बन्दी चेतन शर्मा पुत्र नन्दकिशोर ने सरकारी वकील उपलब्ध कराने हेतु कहा गया। मौके पर ही बन्दी की समस्या का निराकरण किया। बैरक संख्या – 2बी, ए, सी में बन्दी सुशील गुप्ता द्वारा सरकारी वकील को बदलने हेतु प्रार्थना की गई, जिस पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा तत्काल सरकारी वकील बदलने के लिये सम्बन्धित को आदेशित किया गया। निरीक्षण के दौरान किसी भी बन्दी ने कारागार से सम्बन्धित भोजन इत्यादि की कोई शिकायत नहीं की गई। निरीक्षण में अधिकारियों द्वारा इस कारागार की साफ-सफाई भोजन व्यवस्था अनुशासन में बन्दियों के रख-रखाब की सराहना की गई। निरीक्षण के दौरान जेलर अखिलेश कुमार, उपकारापाल शैलेष कुमार सिंह सोनकर, उपकारापाल कृष्णा कुमारी, उपकारापाल सरोज देवी आदि उपस्थित रहे।