फर्रुखाबाद:- गंगा के किनारे बसे गांव सोताबहादुरपुर मे जगह जगह लगे बजबजाती नालियो व बदबूदार कूडे के ढेर।

फर्रुखाबाद:- बढपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत सोताबहादुरपुर मे चार सफाई कर्मियो की भी है तैनाती इसके बाबजूद भी लगा है। बजबजाती नालियो व बदबूदार कूडे का ढेर लगे हुए है । गंगा स्वच्छता अभियान पर सरकार करोडो रूपया खर्च कर रही है। गंगा किनारे बसे गांव मे तमाम रूपया सरकार भेज रही है। वही गंगा के किनारे बसा गांव  सोताबहादुरपुर मे चौराहे मे लगा बजबजाती नालियो का गंदा कूडा कीचड गंदगी का ढेर ग्राम प्रधान की लापरवाही व लचर कार्यशैली स्वच्छता अभियान की पोल खोल रहा है।  गौरतलब है। बढपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोताबहादुर पुर पांचाल घाट मां गंगा के किनारे बसा है। गांव से ही लगी पांचाल घाट पुलिस चौकी है। सोताबहादुरपुर मे लगभग 5400 मतदाता है। सोताबहादुर मे ग्राम प्रधान तमन्ना पति नसरुद्दीन वर्तमान ग्राम प्रधान है। गांव मे ग्राम प्रधान की लापरवाही से सफाई व्यवस्था मखौल बन कर रही है। जगह जगह बजबजाती नालियो , व कूडे के ढेर  लगे है ।जिससे आम जन मानस का निकलना दूभर हो गया है । नियुक्त चार सफाई कर्मी  सरकार के मंसूबो ,स्वच्छता अभियान की जमकर धजजिया उडा रहे है। ग्राम वासियो ने बताया ग्राम पंचायत मे चार सफाई कर्मी तैनात है। तथा बडी ग्राम पंचायत तथा गंगा के किनारे बसा होने के चलते कूडा उठाने के लिये पूर्व प्रधान के कार्यकाल मे टैकटर व टाल्री खरीद की गयी थी। इसके बाबजूद भी सडको के किनारे गन्दगी बजबजाती नालियो के ढेर लगे रहते है। एस डी एम सीओ खंड विकास अधिकारी स्तर के तमाम  अधिकारी इसी रास्ते से होकर ब्लाक राजेपुर व तहसील अमृतपुर जाते है।  तथा गंगा स्नान करने वाले श्रदालू भी इसी गंदगी व बदबूदार ढेर से परेशान होकर ग्राम प्रधान की लचर कार्यशैली को कोसते हुए जाते है। गांव वासियो ने बताया कि सरकारी ग्राम निधि से कूडा उठाने के लिये छोटा ट्रैक्टर व खरीदा गया था। मगर टैक्टर ट्राली से कूडा नही उठाया जा रहा है। जब कि सावन का पहला सोमवार पर तमाम श्रदालू गंगा स्नान करने आयेगे। मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांवो मे स्वच्छ व साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश अधिकारियो को दिये है। अधिकारी भी कतई ध्यान नही दे रहे है। मालूम हो कि वर्तमान प्रधान तमन्ना पति नसरुद्दीन के द्वारा गंगा किनारे कुछ महीने पूर्व बनाया गया घटिया नाली ,मूत्रालय ढह गया था। जिसकी शिकायत सीडीओ से हुई थी। जिस पर सीडीओ के निर्देश पर जांच भी हो चुकी है।