फर्रुखाबाद:भीषण सर्दी तथा घने कोहरे को नजरंदाज कर हजारों श्रद्धालुओं  ने गंगा में लगाई डुबकी ?

(द दस्तक 24 न्यूज़) 14 जनवरी 2025 दिन मंगलवार को मकर संक्रांति पर्व जिसे खुशियों के माहौल में मनाए जाने के लिए हिंदू समाज में जोरदार तैयारिया की गई थी  घर-घर  पूरी पकवान बनाए गए थे। सुबह-सुबह शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र से श्रद्धालु जो विभिन्न वाहनों  के जरिए ढाई घाट शमशाबाद पहुंचे गंगा मैया की पावन जलधारा की पूजा अर्चना करते हुए गंगा स्नान किया वही स्नानार्थियों ने भगवान सूर्य देव को जलार्धि सुख समृद्धि की कामनाएं की स्नान पर्व को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सुरक्षा संबंधी पुख्ता इंतजाम किए गए थे सड़कों पर भीड़ न रहे भीड़ से जाम ना लगे के लिए खास व्यवस्थाये की गई थी। रोड को डाइवर्ट दिया गया था सुरक्षा के लिए लिहाज से पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी शमशाबाद थाना चौराहे से लेकर पीएनबी चौराहा  एवं ढाई घाट रोड तक सुरक्षा सम्बन्धी व्यवस्थाये की गई थी। व्यवस्थाएं बनी रहे रोड को भी डायवर्ट किया गया था बड़े वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था कराई गई थी सुबह 8:00 बजे के करीब  जब श्रद्धालुओं की भीड़ गाती बजाती हुई ढाई घाट शमशाबाद पहुंची तो वहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा  हर तरफ गगन भेदी जयकारे लग रहे थे कोई गंगा मैया की पूजा अर्चना करते हुए  जयकारे लगा रहा था कोई भगवान सूर्य देव को जलार्धि देकर ओम सूर्य देवाय नमः का जाप कर रहा था सबसे बड़ी बात यह थी कई स्थानों पर पर्व की आस्थाओं  के अनुरूप समाज सेवी जनप्रतिनिधियों द्वारा स्टाल लगाए गए थे कोई तहरी चावल का पंडाल सजाए था तो कोई खिचड़ी जगह-जगह भंडारे लोग भंडारों में खिचड़ी तहरी का आनंद ले रहे थे कहीं-कहीं पर चाय की व्यवस्था की गई थी लोग खाने-पीने के बाद चाय की चुस्की लेते हुए नजर आए।       

 मंगलवार को सर्दी का  मौसम ऊपर से घने कोहरे का आलम  लोग श्रद्धालु सब कुछ दर किनारे करते हुए भगवान के जयकारे लगा रहे थे ढाई घाट में भी जनप्रतिनिधियों ने पंडाल सजाकर दाल चावल खिचड़ी वितरित की गरीब विकलांग असहाय बुजुर्ग व्यक्तियो को खाना खिलाकर दान के रूप में मुद्राएं दी जा रही थी बताते है ढाई घाट शमशाबाद में साफ सफाई की व्यवस्था राम भरोसे नजर आई घाटों के चारों तरफ गंदगी का नजारा देखा जा रहा था मेले में पुलिस कर्मी तो नजर आ रहे थे  लेकिन कहीं ना कहीं लोगों में दहशत नजर आ रही थी कुछ लोगों का कहना था यहां कुछ अराजक तत्व स्नानार्थियों के कपड़ों पर रखते मौका पाते ही कपड़े पार कर देते स्नान हेतु बैरिकेटिंग भी की गई थी  खतरे के निशान के रूम में लाल कपड़ा बांध गया था स्नान के उपरांत आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी की जमकर खरीददारी की गई। मेले में उल्लास का माहौल देखा जा रहा था झुग्गी झोपड़ियो तथा ख़टलो में साधु संत भगवान का भजन करते हुए सुख समृद्धि की कामनाएं कर रहे थे। अधिकांश लोगों को संत आश्रमों के प्रवचनों को सुनते हुए देखा गया लगभग दोपहर तक गंगा स्नान चलता  रहा स्नान  सुरक्षित हो गोताखोरों के साथ स्टीमर  जिन्हें भ्रमण करते हुए देखा गया प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षित गंगा स्नान को लेकर राहत की सांस ली वही समाचार लेकर जाने का किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला था।

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