फर्रुखाबाद:ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पर हुआ होली मिलन व महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम

फर्रूखाबाद : अंतरराष्ट्रीय संस्था प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ओम निवास जटवारा जदीद सेवा केंद्र पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सशक्तिकरण विषय पर चर्चा हुई तथा होली मिलन समारोह भी रखा गया जिसमें ब्रम्हाकुमारी शोभा दीदी ने कहा कि सभी देव तुल्य सम्मानित आए हुए भाई बहनों को मेरी तरफ से पवित्र शुभ भावनाओं और शुभकामनाओं के साथ होली पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं साथ-साथ बधाई उन्होंने कहा आप सभी प्यारे प्यारे मीठे मीठे भाई बहनों से निवेदन है कि आप सब होली पर्व नशीले पदार्थों से मुक्त होने का संकल्प लें बीड़ी सिगरेट गांजा भांग शराब आदि के सेवन का परहेज करेंगे हम सब हुड़दंग कार कीचड़ फेंकना कपड़े फाड़ ना नफरत की भावना ईर्ष्या वश होकर बदला लेने की भावना रखने आदि को इस होलिका दहन में सोहा कर अपने अंदर एक नई ऊर्जा उत्पन्न कर आध्यात्मिक रूप से होली मनाए जिसमें अपने से बड़ों का आशीर्वाद मिले और जीवन में सच्ची सुख शांति समृद्धि प्राप्त कर खुशहाल जीवन बनाने की प्रेरणा लें भलाई करते रहिए पानी की तरह बुराई खुद किनारे लग जाएगी कचरे की तरह इसके पश्चात शोभा दीदी ने नारियों की खूब जमकर महिमा की दुनिया की पहचान है नारी हर घर की जान है नारी बेटी बहन मां और पत्नी बन कर घर घर की शान है नारी नारी तू ही शिव की शक्ति तू ही लक्ष्मी दुर्गा सरस्वती काली तू ही जगत अंबा हो नारी ना प्लस अरे जो ना किसी से अली रहम दिल सहनशक्ति सर्वगुण सर्व शक्तियां नारी में पाई जाती हैं इसलिए परमात्मा से अपने मातृशक्ति पर ही ज्ञान का कलश उनके सिर पर रखा ब्रह्माकुमारी संस्था का कारोबार का संचालन बहने ही कर रही हैं शोभा दीदी ने सभी को आत्मिक समिति का तिलक गुलाल लगाकर होली मिलन मनाया! बीके स्वतंत्र भाई ने भी कहा कि अज्ञानता और दुर्गुणों से मुक्त होना ही सच्ची होली मनाना है और उन्होंने नारियों की महिमा करते हुए कहा माताओं में धैर्य का गुण विशेष होता है इसी से नारियों की पूजा होती है,…… ने कहा कि नारी अबला नहीं आज कल तो नारियां हर क्षेत्र में बहुत आगे जा चुकी हैं नारी के द्वारा ही स्वर्ग के गेट खोले जाएंगे इसलिए ही पहले नारी फिर ना पहले लक्ष्मी फिर नारायण पहले राधा फिर श्री कृष्ण पहले सीता फिर राम का गायन है नौ देवियों की भी यादगार नारी ही है वत्सला अग्रवाल (नगर चेरमैन ) ने कहा कि हमें नारी जाति का सम्मान करना है जिस घर में नारी होती है उस घर में देवता निवास करते हैं उन्होंने होली पर्व की बधाई देते हुए कहा कि भारत आध्यात्मिक प्रधान देश है जिसकी सभ्यता और संस्कृति हर त्यौहार में झलकती है होली भी बहुत सुंदर पर्व है पर लोगों ने अपने अंदर नशीले पदार्थों का सेवन का मनाने से इसे भी गंदा बना दिया है उन्होंने कहा अपने विचारों को शुद्ध बनाएं और उन्होंने आश्रम की बहनों की खूब जमकर महिमा करते हुए आश्रम को अपना घर स्वीकार किया घर मानती हूं और मानती रहूंगी और यह भी कहा कि मेरी जहां भी आवश्यकता हो तो मुझे याद कीजिएगा ऐसा आश्वासन दिलाया अशलेखा बहन ने कहा कि हमारे समाज में ऐसे श्रेष्ठ नारियां हुई हैं अहिल्याबाई कल्पना चावला दादी जानकी मदर टेरेसा इंदिरा गांधी सावित्रीबाई फुले रानी लक्ष्मीबाई ब्रह्माकुमारी शिवानी बहन ब्रम्हाकुमारी उषा बहन दादी प्रकाशमणि जी दादी मन मोहिनी जी ज्ञान वीणा वादिनी मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती जी दादी हृदय मोहिनी जी इन मात्र शक्तियों ने बड़े से बड़े कार्य किए हैं और आगे भी कर रहे हैं इस मौके पर एकता बहन ने एक गीत प्रस्तुत किया “नारियों का भाग्य बाबा तूने कैसा बनाया है” पूनम बहन ने भी अपने भाव प्रकट कर एक गीत प्रस्तुत किया “जन जन का कल्याण करेगी शिव की शक्ति है नारी” गीता बहन ने भी अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया इसके पश्चात.मनोरमा बहन विनीता बहन ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए फिर सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर अपने दिल की खुशी प्रकट कर गले मिलकर होली पर्व गुलाब की पंखुड़ियों से गुलाब जल से इत्रों से होली मिलन पर्व संपन्न हुआ इस मौके पर भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे!

राज कमल सिंह की रिपोर्ट