फर्रुखाबाद : जिले में पांचाल घाट पर हर वर्ष मेला लगाया जाता है जहां पर जिले के अलावा अन्य जिलों के लोग भी एक माह तक कल्प वास करते हैं | मेले में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शिविर लगाकर कल्पवासियों की सेहत की जाँच कर दवा दी जाती है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चंद्रा ने बताया कि मेले में दूरदराज से लोग गंगा स्नान करने और एक माह तक कल्पवास करते हैं | इस दौरान आपातकालीन सेवाओं के लिए दो एम्बुलेंस तैनात की गई हैं अगर किसी को कोई गंभीर दिक्कत होती है तो उनको फौरन एम्बुलेंस द्वारा जिले में डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय भेज दिया जाता है |
सिविल अस्पताल लिंजीगंज के मेडिकल आफीसर डॉ ऋषिनाथ गुप्ता ने बताया कि मेले में प्रतिदिन 400 से 500 मरीज देखे जाते हैं जिनमें अधिकतर बुखार, पेट दर्द, खुजली, सिर दर्द और कमर दर्द के मरीज आते हैं जिनको उचित दवा देकर इलाज किया जाता है |
डॉ गुप्ता ने बताया इसके अलावा मेले में आने वाले लोगों की कोविड की जाँच के साथ ही कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण भी किया जाता है |
डॉ गुप्ता ने कहा कि मेले में आने वाले लोग कोविड प्रोटोकाल का पालन करें |
डॉ गुप्ता ने बताया विभाग के अलावा मेले में डॉ आर पी मेमोरियल हास्पिटल की तरफ से भी एक माह तक स्वास्थ्य शिविर लगाया जाता है जहां पर प्रतिदिन लगभग 200 मरीज देखे जाते हैं साथ ही दवा भी दी जाती है |
इस दौरान मेले में कोविड की सैम्पलिंग कर रहे ट्रेनी फार्मासिस्ट आशीष सिंह राठौर ने बताया की आज 75 लोगों की कोविड की जाँच की जिसमें कोई भी पाजिटिव नहीं निकला |
इस दौरान स्वास्थ्य टीम में फार्मासिस्ट परितोष अवस्थी, संजय बाथम और वार्ड बॉय गुलाब सिंह मौजूद रहे |