फर्रुखाबाद 22 अगस्त 2022 जिले में सोमवार को पहली बार सभी 82 हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर पर खुशहाल परिवार दिवस मनाया गयाl इस दौरान योग्य दंपति व नव विवाहित जोड़ों को बास्केट ऑफ़ चॉइस से गर्भनिरोधक साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित और वितरित किया गया। इसके अलावा सीएचसी कायमगंज में महिला नसबंदी शिविर भी लगाl इससे पहले यह दिवस सिर्फ सभी सीएचसी, पीएचसी, स्वास्थ्य उपकेंद्र, सिविल अस्पताल लिंजीगंज और डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में ही मनाया जाता थाl यह जानकारी परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने दी।
डॉ रंजन गौतम ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है | खुशहाल परिवार दिवस के तहत प्रसव वाली उच्च जोखिम गर्भावस्था में चिन्हित महिलाएं, नव विवाहित दम्पति (जिनका विवाह एक वर्ष के अन्दर हुआ है) और वह दम्पति, जिनके दो या दो से अधिक बच्चे हैं, उन्हें परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करते हुए विस्तार से जानकारी दी जाती है |
सीएचसी कायमगंज में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सरवर इकबाल के मार्गदर्शन में खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया | इस मौके पर 31 महिलाओं को नसबंदी की सेवा कॉट संस्था की तरफ़ से स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ आशा अरोड़ा द्वारा प्रदान की गयी |
सीएचसी कायमगंज में मनाये गए खुशहाल परिवार दिवस में 12 त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा , 8 पीपीआईयूसीडी, 4 आईयूसीडी, 20 गर्भनिरोधक गोली माला-एन , 19 साप्ताहिक 57 गर्भनिरोधक गोली छाया और 450 कंडोम की सेवा लाभार्थियों को प्रदान की गयी |
फैमिली प्लानिंग लाजिस्टिक मैनेजर विनोद कुमार ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में अभी तक चार खुशहाल परिवार दिवस मनाए जा चुके हैं इनमें अभी तक 13 महिला नसबंदी, 182 त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, 63 पीपीआईयूसीडी, 101 आईयूसीडी, 2228 गर्भनिरोधक गोली माला-एन , 1660 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, 643 ईसी पिल्स (आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली) और 16612 कंडोम की सेवा लाभार्थियों को प्रदान की जा चुकी है |
इस दौरान बीपीएम मोहित, बीसीपीएम विनय , सीएचसी कायमगंज में तैनात परिवार नियोजन सलाहकार शीनू चौहान और बड़ी संख्या में लाभार्थी मौजूद रहे l
मनचाहे गर्भनिरोधक साधन पाकर संतुष्ट हुए लाभार्थी
सीएचसी कायमगंज में आई लाभार्थी राधा ने कहा कि मेरे तीन बच्चे हैं और अब मैं गर्भ धारण नहीं चाहती, लेकिन नसबंदी कराने और दवा खाने से डर लगता है | गाँव की आशा के सहयोग से आज के इस कार्यक्रम में आई तो स्टाफ नर्स ने सभी साधनों के के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद मैंने आईयूसीडी को चुना है | अनचाहे गर्भ से बचने के लिए मनमुताबिक साधन पाकर खुश हूँ |
वहीं सीएचसी पर आई लाभार्थी रमाकांती ने पहली बार अंतरा इंजेक्शन लगवाने के बाद कहा कि मुझे नसबंदी और कापर टी से डर लगता है इसलिए मैंने आशा दीदी के समझाने से अंतरा लगवा लिया अब तीन माह तक के लिए गर्भधारण की चिंता से मुक्ति मिल गई है l