फर्रुखाबाद ,21 जुलाई 2023 सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि किसी भी तरह से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय समय पर हर माह अंतराल दिवस, खुशहाल परिवार दिवस, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, जननी सुरक्षा योजना और न जाने कितनी योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिसका परिणाम भी धरातल पर दिखने लगा है l साथ ही इस समय विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सेवा प्रदायगी पखवाड़ा चल रहा है, इस दौरान महिला और पुरूषों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे जागरूक कर, इच्छुक दंपति परिवार नियोजन के साधन अपनारहे हैं l
इसी क्रम में डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में शुक्रवार को सेवा प्रदायगी पखवाड़े के दौरान एक पुरुष के द्वारा स्थायी साधन यानि नसबंदी अपनायी गयी। अब तक जनपद में दो पुरुष नसबंदी के लिए आगे आये हैं l
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर अंतराल दिवस के साथ ही खुशहाल परिवार दिवस मनाया गयाl जहाँ परिवार नियोजन के सभी साधनों के बारें में बताया साथ ही इच्छुक लाभार्थियों ने साधन अपनाया।
डॉ दलवीर सिंह बताते हैं कि दो बच्चों के बीच अंतर, अनचाहे गर्भ और उसके बाद गर्भपात जैसी स्थिति से बचने के लिए परिवार नियोजन के अस्थायी साधन बेहद उपयोगी है।
डॉ दलवीर ने बताया कि मोहम्दाबाद ब्लॉक के उपकेंद्र पिपरगांव की एएनएम रोजी के अथक प्रयास से वह एक और पुरुष स्थायी साधन अपनाने के लिए राज़ी कर पायी, इसके पहले भी रोजी ने ही 14 जुलाई को एक अन्य पुरुष को जागरूक करके नसबंदी कराई थी l
एएनएम रोजी ने बताया कि पुरुषों को नसबंदी कराने में सामाजिक बंधनों के कारण हिचक होती है इसलिए नसबंदी कराने में हिचकते हैं l जबकि पुरुषों को सामाजिक बंधनों को छोड़कर अपने परिवार के बारे में सोचना चाहिए कि उनके लिये क्या सही रहेगा l
सीएचसी शमसाबाद के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सरवर इकबाल ने बताया कि इस मौके पर नव विवाहित योग्य दंपति एवं दो या दो से अधिक बच्चों वाले माता-पिता को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के प्रति जागरुक एवं प्रेरित किया गया। साथ ही लाभार्थियों को उनके पसंदीदा साधन मुहैया कराए गए।
परिवार नियोजन के जनपद सलाहकार विनोद कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन की जरूरत, नसबंदी से फायदे, सही उम्र में विवाह, बच्चों के जन्म में अंतर, नवदंपति के लिए उपयुक्त गर्भ निरोधक के प्रयोग एवं परिवार नियोजन के अन्य अस्थायी साधन अपनाने पर जोर देने के उद्देश्य से हर माह की 21 तारीख़ को खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी लाना है।
विनोद ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 3 पुरूष नसबंदी, 751 महिला नसबंदी, 10435 त्रैमासिक गर्म निरोधक इंजेक्शन अंतरा, 12959 पीपीआईयूसीडी,7679आईयूसीडी और 33117 साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया का प्रयोग किया जा चुका है । साथ ही सेवा प्रदायगी पखवाड़े के दौरान अब तक 2 पुरुष नसबंदी, 8 महिला नसबंदी, 388 आईयूसीडी, 331 पीपीआईयूसीडी, 5 गर्भपात के पश्चात आईयूसीडी,573 अंतरा इंजेक्शन, 3135 सप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, 3574 आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली, 19233 कंडोम का वितरण किया जा चुका है l
मुरैठी की रहने वाली 32 वर्षीय संगीता ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं छोटा बेटा सात वर्ष का है उन्हें नसबंदी से डर लगता है और एक बार कॉपर टी लगवा चुकी है| लेकिन अब वह अंतरा इंजेक्शन लगवा रही हैं, ख़ुशहाल दिवस पर वह दूसरी बार इंजेक्शन लगवाने आयी हैं।
इस दौरान एनएसबी स्पेशलिस्ट डॉ आर सी माथुर, परिवार नियोजन काउंसलर सुनीता, यूपी टीएसयू से रिजवान अली सहित लाभार्थी मौजूद रहे l