फर्रुखाबाद ,3 अगस्त 2023 जनपद में 10 अगस्त से चलने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम एमडीए अभियान के उद्देश्य को प्राप्त करने में मीडिया सहयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सेंटर फाॅर एडवोकेसी एंड रिसर्च सीफार संस्था के सहयोग से गुरुवार को नगर के एक स्थानीय होटल में मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजित की गयी। इस दौरान 25 मीडिया बंधुओं ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कर फाइलेरिया अभियान को सफल बनाने की शपथ ली l
इस मौके पर सम्बोधित करते हुए फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल व अपर चिकित्सा अधिकारी डॉo यूसी वर्मा ने कहा कि “फाइलेरिया रोग के समूल उन्मूलन के लिए सभी लाभार्थियों को फाइलेरिया से बचाव की दवाएं खिलाना सुनिश्चित किया जाये।
साथ ही मीडिया सहयोगियों से कहा कि फाइलेरिया रोग की गंभीरता को मीडिया के माध्यम से जन-समुदाय में अधिक से अधिक प्रचारित किया जाए ताकि लोग इस गंभीर बीमारी के बारे में सही और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकें
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरसी माथुर ने उपस्थित मीडिया सहयोगियों को बताया की जनपद में इस समय 1013 फाइलेरिया रोगी हैं जिसमें से 482 हाइड्रोसील से ग्रसित है और शेष 531 लिम्फोडिमा के रोगी हैं l हाइड्रोसील से ग्रसित 154 लोगों का सफल आपरेशन किया जा चुका है l डॉ माथुर ने बताया कि इस सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम मे जनपद में लगभग 22.03 लाख लक्षित लाभार्थियों को 1829 स्वास्थ्यकर्मियों की टीम सहित 329 पर्यवेक्षकों के माध्यम से बूथ एवं घर-घर जाकर इन दवाओ का सेवन सुनिश्चित कराया जाएगा। दवाओं का वितरण बिलकुल भी नहीं किया जायेगा । इन दवाओं का सेवन खाली पेट नहीं करना है । 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को ये दवाये नहीं खिलाई जाएगी।
जिला मलेरिया अधिकारी नौशाद अली ने कहा कि फाइलेरिया रोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं । हालांकि इन दवाओ का कोई विपरीत प्रभाव नहीं है परंतु, किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण होते हैं तो यह इस बात का प्रतीक हैं कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं, जोकि इन दवाओ के सेवन के उपरांत इन परजीवियों के मरने के कारण उत्पन्न होते हैं । सामान्यतः ये लक्षण स्वतः समाप्त हो जाते है परंतु ऐसी किसी भी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित रैपिड रिस्पॉन्स टीम तैनात है और उन्हे तुरंत उपचार के लिए तुरंत बुलाया जा सकता है । उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से घर घर दवा खिलाई जायेगी इसके अलावा डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय, सीएचसी कायमगंज, राजेपुर, कमालगंज,मोहम्दाबाद, बाबू सिंह जय सिंह आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज, दद्दू सिंह मेडिकल कॉलेज और फतेहगढ़ मलेरिया कार्यालय में बूथ बनाकर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जायेगी l
विश्व स्वास्थ्य संगठन से जोनल समन्वयक डॉ नित्यानंद ठाकुर ने प्रस्तुति के माध्यम से बताया कि फाइलेरिया विश्व में दीर्घकालिक दिव्यांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण है । हाथीपांव के नाम से प्रचलित यह बीमारी हो जाने पर इसका सम्पूर्ण इलाज नहीं हो पाता है। रोग से प्रभावित अंग के साफ सफाई और व्यायाम से इसे सिर्फ नियंत्रित किया जा सकता है । ऐसे में अगर एमडीए अभियान के दौरान पांच साल तक लगातार साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया जाए तो इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है । इस बार एमडीए के दौरान दवा खिलाने के बाद अंगुली पर निशान भी बनाया जाएगा ताकि सभी तक दवा का सेवन सुनश्चित किया जाए ।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ सर्वेश यादव ने कहा कि आगामी 7 अगस्त से जिले में सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान चलाया जाएगा जो की तीन चरणों में चलेगा l दूसरा चरण 11 सितंबर से और अंतिम चरण 9 अक्टूबर से चलेगा इस दौरान शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को और गर्भवती महिलाओं के टीके लगाए जाएंगे l 7 अगस्त से चलने वाले अभियान के दौरान 1066 सत्र लगाकर शून्य से पांच वर्ष तक के 11760 बच्चों और 2724 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जायेगा l
कार्यक्रम का संचालन मलेरिया निरीक्षक नरजीत कटियार ने किया । इस अवसर परअपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अन्य अधिकारी, स्थानीय मीडिया सहयोगी, डीपीएम कंचन बाला, फाइलेरिया निरीक्षक दीपांशु, अनिमेष, योगेश, मलेरिया निरीक्षक अशोक यादव सहित जनपद के चिकित्सा एवं पीसीआई से अखंड प्रताप सिंह यूएनडीपी से मानव शर्मा, यूनिसेफ से डीएमसी अनुराग दीक्षित व सीफार संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे ।