फर्रुखाबाद: पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए ब कुपोषण की खुराक 30 अगस्त तक पिलाएं

फर्रुखाबाद: बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और रतौंधी सहित आंखों की अन्य बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाने के लिए जनपद में बाल स्वास्थ्य पोषण माह का बुधवार को शुभारम्भ हुआ | यह अभियान 30 अगस्त तक चलेगा । अभियान के दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के करीब 2.36 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चंद्रा ने बताया कि टीकाकरण सत्र पर प्रत्येक बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाने के लिए हर बार एक नई चम्मच की व्यवस्था की जाये और एएनएम द्वारा हर बार खुराक पिलाने के बाद अपने हाथों को सेनेटाईज किया जाये जिससे कोरोना फैलने का खतरा न रहे |
सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को इस अभियान को कोविड 19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सफल बनाने के निर्देश दिए और कहा कि इस कार्य में शिथिलता न बरती जाए |
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग के सहयोग से संचालित बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन-ए सम्पूरण कार्यक्रम टीकाकरण का एक अभिन्न अंग है जो प्रतिवर्ष दो चरणों में टीकाकरण सत्रों पर आयोजित किया जाता है। डॉ. वर्मा ने बताया कि एक माह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि, मृत्यु दर में कमी लाना, रतौंधी एवं कुपोषण से बचाव तथा बच्चों को विटामिन ए की खुराक के साथ उनको किस तरह के पोषण आहार दिए जाएँ इसके प्रति जागरूक किया जाएगा।
डॉ वर्मा ने बताया कि विटामिन ए आंखों के लिए लाभदायक होता है।इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है तथा यह आंखों की रोशनी को तेज कर उसकी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत लगभग 2.36 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक से आच्छादित किया जायेगा |
माह के प्रत्येक बुधवार और शनिवार को लगने बाले नियमित टीकाकरण सत्रों पर विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी|
क्या है विटामिन ए संपूरण
विटामिन ए एक घुलनशील विटामिन है, जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह सूक्ष्म पोषक तत्व कुपोषण से बचाता है। प्रदेश में लगभग 60 फीसद बच्चों में विटामिन ए की कमी होने का खतरा होता है, जो बच्चों में बीमारी और मृत्यु दर की संभावनाओं को बढ़ाता है। विटामिन ए पिलाए जाने से सभी कारणों से मृत्यु में लगभग 23 प्रतिशत की कमी, खसरे के कारण होने वाली मृत्यु में 50 फीसद की कमी, अतिसार रोग के कारण होने वाली मौतों में 33 फीसद की कमी आएगी।
फर्रुखाबाद संवाददाता धर्मवीर सिंह