समाजसेवी और भाजपा युवा मोर्चा के फतेहगढ़ मंडल मीडिया प्रभारी राहुल राठौर ने डूडा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही कराने की मांग जिला अधिकारी से की है।
राहुल राठौर ने जिला अधिकार से मांग की है कि डूडा विभाग के कर्मचारी भाजपा सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं
अगर कोई व्यक्ति डूडा विभाग में कॉलोनी के लिए आवेदन करता है तो कर्मचारी वेरिफिकेशन के लिए प्रार्थी के घर पर जाते हैं अगर प्रार्थी वेरिफिकेशन के लिए 30,40 हजार रुपए ना दे तो कॉलोनी निरस्त हो जाती है।
जबकि शासन द्वारा कालोनियों को निशुल्क दिया जाता है। अगर कोई पीड़ित व्यक्ति इसकी शिकायत डूडा विभाग के कर्मचारियों को करता है तो उसके खिलाफ उल्टी कार्रवाई कराई जाती है और कॉलोनी निरस्त हो जाती है यह सब डूडा विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से होता है। कारण यह है कि कर्मचारी सदियों साल से एक ही पद पर तैनात है कार्यवाही अगर होती है तो उच्च लेवल के अधिकारी पर हो जाती है उनका ट्रांसफर अन्य जनपद में हो जाता है लेकिन बाबू ऑपरेटर ब आउटसोर्सिंग और संविदा कर्मचारी तथा कंप्यूटर ऑपरेटर पर कोई कार्यवाही नहीं होती है ना उनका कोई ट्रांसफर होता है।
यही कारण है कि डूडा विभाग में घूसखोरी का पर्दाफाश नहीं हो पाता है।
राहुल राठौर ने डूडा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कई महीने पहले कार्रवाई के लिए मांग की थी तब कहीं डूडा के उच्च अधिकारी पीओ का ट्रांसफर हुआ था लेकिन निचले स्तर पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
राहुल राठौर ने जिला अधिकारी जी से स्पेशल टीम गठित कर कर डूडा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है
राहुल राठौर ने कहा कि अगर इस पर संज्ञान नहीं लिया जाता है तो मजबूर होकर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराएगा।