फर्रूखाबाद,(द दस्तक 24 न्यूज़) 05 नवंबर 2024 जिला कृषि अधिकारी फर्रुखाबाद द्वारा किसानों से अपील की गयी है कि कृषक डीएपी उर्वरक के ऊपर आश्रित न रहकर इससे बेहतर विकल्प एनपीके अथवा यूरिया, सुपर एवं पोटास के मिश्रण कर प्रयोग कर डीएपी की अपेक्षा आलू एवं गेहूँ फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। यह मिश्रण फसलों एवं मृदा की भौतिक दशा के सर्वथा अनुकूल है। जनपद में प्राप्त हुई कृभको कम्पनी की एनपीके रैक से 1332 मै०टन एनपीके प्राप्त हुई है, जिसे सहकारिता क्षेत्र के प्रतिष्ठानों पर भेजने की कार्यवाही की जा रही है। इस सप्ताह जनपद में डीएपी एवं एनपीके की कई रैकें जनपद को प्राप्त हो रही हैं जिससे रबी की फसल आलू एवं गेहूँ हेतु किसानों को सुगमतापूर्वक उर्वरक मिलेगा। इस सप्ताह पीपीएल एवं आरसीएफ कम्पनी की 1745 मै०टन (34900 बोरी) एवं कोरोमण्डल तथा आरसीएफ कम्पनी की 1600 मै० टन एनपीके (32000 बोरी) प्राप्त हो रही है, जिसे निजी प्रतिष्ठानों पर भेजा जायेगा। इसके अतिरिक्त किसान भाई यूरिया, सुपर फास्फेट, पोटास का मिश्रण बनाकर प्रयोग करें। जनपद में यूरिया लक्ष्य 4817 मै०टन के सापेक्ष 31411 मै०टन, डी०ए०पी० लक्ष्य 7988 मै० टन के सापेक्ष 10540 मै०टन, पोटास लक्ष्य 2263 मै०टन के सापेक्ष 7451 मै०टन एन०पी०के० के लक्ष्य 14450 मै० टन के सापेक्ष 22779 मै०टन, सुपर फास्फेट लक्ष्य 10515 मै०टन के सापेक्ष 15490 मै०टन की उपलब्धता सुनिश्चित हो चुकी है। जिलाधिकारी महोदय के निर्देश के कम में जनपद में लगातार कालावाजारी एवं अधिक मूल्य पर बिकी की शिकायत पर अंकुश हेतु अधिकारियों द्वारा लगातार छापे डाले जा रहे हैं। माह सितम्बर एवं अक्टूबर के दौरान 02 विकेताओं के विरुद्ध एफआईआर, 02 प्रतिष्ठानों को सील किया गया एवं 17 विकेताओं के लाइसेन्स निलम्बित किये गये हैं। छापे की कार्यवाही जारी रहेगी।
जिला कृषि अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया है कि किसान भाई नैनो डीएपी का मूल्य 600 रू० प्रति 500 मि०ग्रा० का प्रयोग एक एकड आलू की फसल में प्रयोग करें। यह 4-6 बोरी दानेदार डीएपी के स्थान पर पर्याप्त रहेगी। इसके प्रयोग से 85-90 प्रतिशत तत्व पौधा लेता है एवं कर्म खर्च से समुचित आलू उत्पादन होगा। नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी जो सभी दुकानों पर है का प्रयोग करने पर 1/3 डीएपी एवं एनपीके की जरूरत होगी। यह सभी समितियों, एग्री जंक्शन, निजी दुकानों पर भी उपलब्ध है। किसान भाइयों की मॉग के अनुसार पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है, तथा आगामी समय में उर्वरकों की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। किसान भाइयों को उनकी आवश्यकतानुसार उर्वरक उपलब्ध होती रहेगी। कृषकों को सुगमता से निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराये जाने हेतु जनपद में नियमित छापेमार कार्यवाही की जा रही है।
धर्मवीर सिंह (पत्रकार)
उत्तर प्रदेश प्रभारी दस्तक मीडिया ग्रुप