फर्रुखाबाद:सोमवार को मनाया जाएगा परिवार नियोजन परामर्श दिवस


फर्रुखाबाद : विश्व में प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है इस बार यह दिवस परिवार नियोजन परामर्श दिवस के रूप में मनाया जायेगा l इस दिन मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के किसी भी हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के सामूदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, एएनएम, आशा कार्यकर्ता और परिवार नियोजन की सेवा ले चुके या लेने वाले लाभार्थी से वर्चुअल माध्यम से बात कर उनसे परिवार नियोजन की सेवाओं के बारे में जानकारी करेंगे l इसी को देखते हुए परिवार नियोजन के जनपद सलाहकार विनोद कुमार ने सीएचसी बरौन के अन्तर्गत आने वाले हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर अजमतपुर और मोहमदाबाद के अचनौरा का भ्रमण कर उचित दिशा निर्देश दिए गए l
इस बार इस दिवस की थीम परिवार नियोजन का अपनाओ उपाय तरक्की का लिखो नया अध्याय रखी गई है l
बढ़ती हुई जनसंख्या किसी भी देश की उन्नति में बाधा उत्पन्न करती है l कोई भी देश या व्यक्ति तभी तरक्की कर सकता है जब वहां की जनसंख्या वृद्धि दर कम हो l यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार का l
सीएमओ ने बताया कि जब हमारे बच्चे कम होंगे तो हम उनकी अच्छे से परवरिश, अच्छा स्वास्थय और उनको उनके मनमुताबिक काम दिला सकेंगे l इसलिए हमें परिवार नियोजन की ओर ध्यान देना होगा l
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि 11 जुलाई यानि सोमवार को जिले के सभी 82 हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर और 26 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन परामर्श दिवस मनाया जायेगा l इस दिन मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के किसी भी हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के सामूदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, एएनएम, आशा कार्यकर्ता और परिवार नियोजन की सेवा ले चुके या लेने वाले लाभार्थी से वर्चुअल माध्यम से बात कर उनसे परिवार नियोजन की सेवाओं के बारे में जानकारी करेंगे l

डॉ सिंह ने कहा कि जिले में जन आरोग्य प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत गांव में संचालित हो रहे 82 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) और एएनएम तैनात हैं l इन केंद्रों को नेशनल टेली कंसल्टेंसी से जोड़ने के साथ प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज, बड़े अस्पतालों के विशेष डॉक्टर भी डिजिटल रूप से इसके साथ जुड़ जाएंगे। हेल्थ वैलनेस सेंटर का मुख्य उद्देश्य गांव के सभी लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के साथ ही गंभीर रोगों वाले मरीजों की पहचान करना भी है। इसके तहत ई- संजीवनी ओपीडी पोर्टल लांच किया जा चुका है। इस सुविधा से लोगों को घर बैठे चिकित्सा सेवा दी जाएगी इससे आने- जाने में लगने वाले समय की भी बचत होगी। कोई भी व्यक्ति सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक नेशनल टेली -कंसल्टेंसी के जरिये चिकित्सा सेवाएं ले सकेगा।

इस दौरान टीएसयू से परिवार नियोजन विशेषज्ञ, सीएचओ एएनएम और आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं l