माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल की परीक्षा में 96 प्रतिशत अंक पाकर संयुक्त रूप से जिला टाप करने वाले गौतम बुद्ध इंटर कालेज मतापुर, फर्रुखाबाद के छात्र अभय शाक्य ने तमाम आर्थिक बंदिशों को दरकिनार करते अपनी मेधा का परचम लहराया है। उसके पिता मुकेश कुमार शाक्य दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते थे। कोरोना में नौकरी छूट गई तो घर को आर्थिक तंगी ने घेर लिया। मजबूर पिता ने अपने बेटा को कान्वेंट स्कूल से उसका नाम कटवा लिया। मुकेश कुमार शाक्य ने अपने गांव के ही इंटर कालेज में उसका दाखिला कराया। पिता मुकेश ने अपने तीनों बच्चों को पढ़ाने के लिए मुरहास कन्हैया कस्बे में चश्मे की दुकान खोल ली। पिता के इस संघर्ष को उनके बड़े पुत्र अभय शाक्य ने फलीभूत कर दिया। अभय शाक्य बताते हैं कि उसने विज्ञान और गणित की ट्यूशन ली थी।
गणित के सवालों को पूरी तरह से समझते और फिर मजे लेकर उसे हल करने की कोशिश करते। यही कारण है कि गणित में 98 अंक मिले हैं। अभय शाक्य भविष्य में आइएएस बनना चाहते हैं। अभय शाक्य का कहना है कि जितनी देर पढ़ें, पूरे मन से पढ़ें। और आज जो भी है वह आप सबके सामने हैं।