फर्रुखाबाद :सरकार और स्वास्थ्य विभाग क्षय रोग से ग्रसित लोगों को बीमारी से मुक्ति दिलाने को लेकर गंभीर है। इसके तहत विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में गुरूवार को सीएमओ डॉ सतीश चंद्रा ने 10 और अरुणा आसिफ़ अली शिक्षण प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा 12 टीबी रोग से ग्रसित लोगों को गोद लिया गया |
इसके साथ ही जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सिविल अस्पताल लिंजीगंज में बने टीबी यूनिट में क्षय रोग से ग्रसित लोगों को गोद लिया गया | इस दौरान गोद लिए हुए रोगियों को उनके पोषण के लिए गुड़, चना, सत्तू, तिल, गजक, बोर्नवीटा फल आदि दिया गया |
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चंद्रा ने कहा कि टीबी रोग लाइलाज नहीं है लेकिन आज भी कुछ जगहों पर इसे मौत की बीमारी कहते हैं | लोगों का मानना है कि जिसे यह रोग लग गया मतलब उसकी मृत्यु निश्चित हो गई लेकिन ऐसा नहीं है |अगर किसी व्यक्ति को टीबी के लक्षण प्रतीत हों तो उन्हें छिपाएं नहीं, बल्कि समय रहते अपना इलाज कराएँ और डाक्टर द्वारा दी गई दवा और सलाह को मानें |
सीएमओ ने कहा कि ऐसा भी देखने में आता है कि जिसको यह रोग लग जाता है तो घर वाले उससे दूर भागने लगते हैं यह गलत है क्षय रोग से ग्रसित व्यक्ति का मनोबल बढ़ाना चाहिए जिससे वह इस रोग पर काबू पा सके |
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा ने कहा कोई भी देश या समाज तभी उन्नति कर सकता है जब वहाँ लोग स्वस्थ हों | भारत सरकार ने सन 2025 तक भारत को टीबी रोग से मुक्ति का सपना देखा है जिसको साकार करने के लिए गोद लेने की योजना चलाई है |
डीटीओ ने कहा कि इस योजना में अधिकारियों-कर्मचारियों स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा क्षय रोग से ग्रसित बच्चे गोद लिए जाते हैं | साथ ही कहा कि गोद लेने का अर्थ यह न निकाला जाये की एक बार पोषण सामग्री दे दी हो गया काम बल्कि आप लोग उस बच्चे की निरंतर देखभाल करेंगे जब तक वह स्वस्थ नहीं हो जाता है |
क्षय रोग विभाग से जिला समन्वयक सौरभ तिवारी ने बताया कि जिले में इस समय 1475 लोग क्षय रोग से ग्रसित हैं | इनमें से आज कृष्णा देवी डिग्री कालेज द्वारा 14, दुर्गा नारायण महाविद्यालय द्वारा 15, शमसाबाद ब्लॉक के चेयरमैन विजय गुप्ता ने 10, जिला पंचायत सदस्य जीतू ने 10, शमसाबाद के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने 10, दरोगा भाटी ने 5, राजेपुर ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख पल्लव सिंह ने 8, राजेपुर के एमओआईसी सहित अन्य लोगों ने 10, सिविल अस्पताल लिंजीगंज में 21, सीएचसी बरौन में 18, कायमगंज के एमओआईसी और अन्य लोगों ने 30, सीएचसी नवावगंज में 20, भागीरथ जनकल्याण सेवा संस्थान ने 10, विश्वनाथ सामजिक सेवा संस्थान ने 8,सत्य सेवा साईं समिति ने 7,सामर्थ सामाजिक सेवा संस्थान ने 7, समर्पण सेवा समिति ने 20, डॉ शैलेन्द्र सिंह ने 8, कायमगंज और नवावगंज के थानाध्यक्ष ने 10-10, जिले के ग्राम प्रधान, सभासद और कोटेदारों ने मिलकर 169 लोगों को व अन्य गणमान्य व्यक्तिओं द्वारा 25 लोगों को मिलाकर कुल 457 लोगों को गोद लिया गया |
साथ ही कहा कि जनपद के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व अन्य स्वयं सेवी संस्थाओ से मिलकर क्षय रोगियों को गोद लेने हेतु प्रयास किया जायेगा |
सिविल अस्पताल लिंजीगंज के डॉ नवनीत गुप्ता ने कहा कि मुझे मानव सेवा की सीख अपने माता पिता से मिली है। मैं अपने को बड़ा ही धन्य मानता हूं कि मुझे इन क्षय रोगियों की सेवा करने का अवसर मिल रहा है। पूरा प्रयास रहेगा कि इन रोगियों की दवा और जांच नियमित रूप चलती रहे। साथ ही टीबी मरीजों को हर महीने मूंगफली, चना, गुड़, सत्तू, सोयाबीन, समेत न्यूट्रिशिनल सप्लीमेन्ट मिलता रहे।
गोद ली गई कटरी धर्मपुर की रहने वाली सन्नो बानो उम्र 19 वर्ष ने बताया कि मुझे गत तीन माह से क्षय रोग है। जांच के बाद दवा और निक्षय योजना से 500 रुपये प्रति माह मिल रहा है। लेकिन आज इस बात की खुशी है कि जब सब लोग मेरा इतना ध्यान देंगे तब तो मैं और जल्दी ही स्वस्थ हो जाऊँगी। मेरी तरफ से राज्यपाल महोदया को धन्यवाद कि उनकी पहल से प्रदेश के क्षय रोगियों को गोद लिया जा रहा है।
एक और क्षय रोगी बजरिया की रहने बाली 18 वर्षीय नेहा ने कहा कि मुझे गत 1 माह से क्षय रोग है। लेकिन अब दवा चल रही है तो अब कुछ अच्छा महसूस करती हूँ आज मुझे डॉ नवनीत द्वारा गोद लिया गया तो लगा कि अब जल्दी स्वास्थ्य लाभ होगा |
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों सहित अन्य लोग मौजूद रहे |