फर्रूखाबाद, 5 अगस्त 2022 जिले में ओरल हेल्थ कार्यक्रम के तहत मुख एवं दंत रोगियों की प्रभावी तरीके से स्क्रीनिंग की जाएगी | इसके लिए जिले के 82 हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर, 26 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और पीएचसी पर तैनात मेडिकल आफीसर को शुक्रवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में दिया गया
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनींद्र कुमार ने बताया कि 10 अगस्त से ओरल हेल्थ कार्यक्रम के तहत मुख व दंत रोग स्क्रीनिंग अभियान शुरू होगा। इस अभियान में 30 साल की उम्र पार कर चुकी कुल आबादी के 37 प्रतिशत लोगों की मुख एवं दंत की स्क्रीनिंग की जाएगी ताकि समय रहते बीमारियों से ग्रसित होने वालों को उपचार और सही परामर्श मिल सके।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और गैर संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डॉ उमेश चंद्र वर्मा ने बताया कि जनपद में 30 साल की उम्र पार कर चुके 37 फीसदी लोगों की स्क्रीनिंग की जानी है। इसके लिए सभी सीएचओ और स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से मुख एवं दंत मरीजों की खोज कि जायेगी l जिन भी मरीजों को मुख या दंत संबंधी रोगों की संभावना होगी, उनका विवरण फार्म में भरा जाएगा और ऐसे मरीजों को संबंधित हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर पर सीएचओ द्वारा देखा जायेगा l
जिला सामुदायिक स्वास्थ्य प्रक्रिया प्रबंधक रणविजय प्रताप सिंह ने बताया कि
अभियान के दौरान आशा व एएनएम प्राथमिक स्तर पर मुख एवम दंत रोगियों की खोज करेंगी l उसकी जानकारी पोर्टल पर अपलोड होगी साथ ही उनका इलाज किया जाएगा l
रणविजय ने बताया कि
शासन के निर्देश पर यहां आने वाले मरीजों को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, संचारी एवं गैर संचारी रोगों से संबंधित सेवाओं के साथ-साथ दंत संबंधी सेवाएं और मुख के कैंसर से संबंधित उपचार के लिए वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान इन केंद्रों पर चिन्हित मुख एवं दंत संबंधी रोगियों का परीक्षण कर आवश्यकतानुसार उच्च स्तरीय चिकित्सालयों (जहां दन्त रोग विशेषज्ञ की उपलब्धता हो) में उपचार के लिए भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मुख एवं दन्त स्वास्थ्य के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करना है। मुख एवं दंत रोगों की पहचान जैसे डेंटल कैरीज,पायरिया,फ्लोरेसिस, पायरिया,क्लेफ्ट लिप, टेढ़े-मेढ़े दांत,मुंह में छाले, मसूड़ों में खून, दांत में दर्द के साथ-साथ जनसमुदाय को तम्बाकू, सुपारी, धूम्रपान इत्यादि के दुष्प्रभावों के बारे में सामुदायिक व वीएचएसएनसी बैठकों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर भ्रमण कर 30वर्ष से अधिक उम्र के संभावित व्यक्तियों का फार्म भरकर सीएचओ को सूचित करेंगी l
डॉ. कृति तोमर ने मुख एवं दांतों की स्वच्छता तथा स्वास्थ्य के बारे में प्रशिक्षण देते हुए बताया कि दांतों को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक भोजन जैसे कि दही, दालें, फल, हरी सब्जियों का अत्यधिक प्रयोग करें। दांतों पर चिपकने वाली चीजें टाफी, चाकलेट, मिठाई का सेवन न करें। रेशे युक्त पदार्थों का सेवन करें। दिन में दो बार सुबह एवं रात्रि सोने से पहले ब्रश अवश्य करें। नशे के उत्पाद तंबाकू, सिगरेट, बीडी, शराब, गुटखा, पान, सुपारी, जर्दा, खैनी का सेवन न करें। टूथब्रश प्रत्येक तीन महीने में अथवा इसके रेशे मुड़ जाएं तो अवश्य बदल दें। किसी भी प्रकार की दांतों की समस्या होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में दंत चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
इस दौरान मास्टर ट्रेनर डॉ फैजल, डॉ निशा सिंह, डॉ मीना और सभी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के मेडिकल ऑफिसर ओर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे l