फर्रुखाबाद: कायाकल्प योजना के अंतर्गत बेहतर चिकित्सीय सुविधा, साफ-सफाई के लिए जिले के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरौन और कमालगंज को कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21के लिए चयनित किया गया है।
इसमें बरौन सीएचसी 77.8 प्रतिशत अंक पाकर आठवें और कमालगंज 71.9 फीसदी अंक पाकर मंडल में अठारवें स्थान पर रहा। जिसके लिए सीएचसी को सात्वनां पुरस्कार स्वरूप एक लाख रूपये मिलेंगे | जनपदीय क़्वालिटी सलाहकार, डॉ. शेखर यादव
ने कहा कि इस योजना के तहत केन्द्र सरकार की ओर से साफ-सफाई, बेहतर रखरखाव व सेवा प्रदान करने वाले अस्पतालों का चयन किया जाता है। इसके तहत राज्य स्तर पर पहले स्थान पर रहने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 10 लाख व दूसरे स्थान रहने वाले 6.5 लाख रुपये की धनराशि अवार्ड के रूप में दी जायेगी।
डॉ शेखर यादव ने कहा कि सरकारी चिकित्सालयों को स्वच्छता के साथ अन्य सुविधाओं से लैस करने के लिए कायाकल्प अवार्ड योजना वर्ष 2019-20 से शुरूकी गई है। इस योजना के तहत इसमें तय मानकों के सापेक्ष 70 प्रतिशत तक उपलब्धि सांत्वना पुरस्कार देने का प्रावधान हैं।अस्पताल को सात थीमैटिक एरिया जिसमें अस्पताल का रखरखाव, साफ-सफाई, वेस्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण सपोर्ट सुविधाएं हायजीन पर खरा उतरना पड़ता हैं।
कोरोना संक्रमण के चलते कायाकल्प योजना के राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए टीम द्वारा वर्चुअल एक्सटर्नल असेसमेंट किया गया था। कायाकल्प अवार्ड योजना में सबसे पहले चिकित्सालय का आंतरिक मूल्यांकन किया गया । इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन द्वारा गठित राज्य स्तरीय टीम द्वारा प्री असेस्मेंट की प्रक्रिया अपनायी गयी। अंततः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा ही गठित राज्य स्तरीय टीम ने निरीक्षण किया तब टीम द्वारा कायाकल्प चेक लिस्ट के मानकों के अनुसार हुए कार्यों की प्रशंसा की गई। उनके द्वारा राज्य को रिपोर्ट प्रेषित की गई। इसके बाद अस्पताल को कायाकल्प अवार्ड के लिए चयनित किया गया।
बरौन सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ शोभित शाक्य ने बताया कि अस्पताल मे स्वच्छता व बेहतर रखरखाव के लिए हरसंभव कोशिश जारी है। सांत्वना पुरस्कार मिलने से वह निराश नहीं हैं। यह अवार्ड पूरी टीम को बेहतर काम करने के लिए प्रेरित करेंगी आगे और अच्छा प्रयास किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए अस्पताल प्रबंधन हमेशा आगे रहता है। यह सभी चिकित्सकों, कर्मचारियों की लगन व मेहनत के कारण ही संभव हो पाया हैं।
फर्रुखाबाद संवाददाता धर्मवीर सिंह