आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद फर्रुखाबाद जिला के कार्यकर्ताओं ने जिले के समस्त शिक्षकों को सम्मानित करने का कार्यक्रम किया।
शिक्षक भगवान से भी ऊपर दर्जा दिया जाता है अपने हिंदुस्तान में शिक्षक ही एक वह व्यक्ति है जो छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में भरपूर प्रयास करते हैं
शिक्षक सम्मान समारोह फर्रुखाबाद जिले के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शहर के सिटी मजिस्ट्रेट सतीश चन्द्र, विशिष्ट अतिथि फर्रुखाबाद जिले के वरिष्ठ समाज सेवी विकास राजपूत, मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रान्त संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी, फर्रुखाबाद जिला के जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र पाल सिंह, जिला प्रमुख अभिषेक सिसौदिया, जिला संयोजक अभिषेक प्रताप सिंह कार्यक्रम संयोजक बहन कुo केशर मंच पर रही।।
फर्रुखाबाद जिले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कानपुर प्रान्त के प्रान्त संगठन मंत्री माo अंशुल विद्यार्थी जी ने कहा शिक्षा प्रणाली वैदिक काल में छात्र, माता – पिता से अलग गुरु के घर अर्थात गुरुकुल में रहकर शिक्षा प्राप्त करता था, शिक्षण संस्थान में शिक्षा प्रदान करने का कार्य गुरुकुल या ऋषि आश्रम में किया जाता था।।
इस कार्यक्रम में जिले के 500 शिक्षकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया, जिसमें जिले के कार्यकर्ताओं ने पूरी लगन से कार्यक्रम को सफल बनाया।।