फर्रुखाबाद: शुरू हुआ सक्रीय क्षय रोगी खोज अभियान ,क्षय रोग को न छिपाओ समाधान पाओ – सीएमओ

फर्रुखाबाद:टीबी (क्षय) मुक्त जनपद बनाने के लिए जिले में बुधवार से 22 मार्च तक सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए बुधवार को जिला क्षय रोग केंद्र में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश चंद्रा ने क्षय रोगी को दवा की किट देकर अभियान का शुभारम्भ किया |
सीएमओ ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए बनाये गए नोडल अधिकारी तथा सुपरवाइजर फील्ड में प्रतिदिन भ्रमण करेंगे तथा अभियान का जायजा लेकर शाम को रिपोर्ट करेंगे। उन्होने कहा कि टीबी रोग एक गम्भीर बीमारी है, जो हम सबके लिए चुनौती बनी हुयी है। इस रोग को छिपाना नहीं है बल्कि समाधान खोजना है |पूरे भारत को2025 तक टीबी मुक्त करना है। इसके लिए हमें टीबी रोग से ग्रसित मरीजो को गम्भीरतापूर्वक चिन्हित करना होगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा ने बताया कि क्षय रोग लाइलाज नहीं है अगर समय रहते लक्षणों की पहचान कर इलाज शुरू कर दिया जाए | इस अभियान के तहत गांव-गांव में सर्वे कर टीबी के लक्षणों वाले रोगियों को चिन्हित किया जाएगा।
डीटीओ ने कहा कि इलाज से टीबी की बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है। अभियान के तहत जांच में किसी में टीबी के लक्षण मिलने पर उसके बलगम की जांच की जाएगी। साथ ही टीबी रोग पर नियंत्रण करने हेतु लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।
डीटीओ ने बताया कि अभियान के तहत टीबी रोगियों को चिन्हित करने के लिए शहरी उच्च जोखिम क्षेत्र में मलिन बस्ती,निर्माणाधीन क्षेत्र के श्रमिक, भट्टे और ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च जोखिम क्षेत्र खदान, क्रेशर घनी आबादी, दूर-दराज के क्षेत्र, एवं कुपोषित क्षेत्र में घर-घर सर्वे किया जाएगा।
डीटीओ ने बताया कि टीबी के संभावित मरीज पाए जाने पर नि:शुल्क एक्स-रे जांच अभियान के दौरान संभावित टीबी मरीज का स्पॉट सेंपल लेकर उसी दिन भिजवाने की व्यवस्था की जाएगी। सुबह के बलगम के लिए संभावित टीबी के मरीज को स्पूटम कंटेनर एवं रेफरल स्लिप देकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजना होगा |
क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक (डीपीसी) सौरभ तिवारी ने बताया कि अभियान के अंतर्गत 156 टीमें गठित की गयी हैं जो घर – घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी जुटायेंगी | यदि किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण प्रतीत हुए तो उसका बलगम लेकर टीबी की जाँच के लिए डाट्स केंद्र पर भेजा जायेगा और जाँच में टीबी की पुष्टि होने पर तुरंत इलाज शुरु किया जाएगा |
सघन टीबी रोगी खोज अभियान में जिले की लगभग 4.20 लाख आबादी व करीब 84 हजार घरों का भ्रमण कर टीबी से ग्रसित व्यक्ति की खोज करेंगी |
इस दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा, व क्षय रोग विभाग से अन्य लोग मौजूद रहे |