लखीमपुर खीरी कांड से किसानों में भारी गुस्सा है। लखीमपुर खीरी कांड में किसानों की मौत से गुस्साए संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को देशभर में प्रदर्शन का ऐलान किया है। मोर्चा के मुताबिक देशभर में जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। किसान नेता योगेंद्र यादव और दर्शन पाल सिंह ने घटना की जांच उत्तर प्रदेश प्रशासन की जगह सुप्रीम कोर्ट के पदस्थ न्यायाधीश से करवाने की मांग की है।
लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का एलान किया है। रविवार को हुई घटना के विरोध में हरियाणा के कई जिलों में प्रदर्शन हुए। संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार सोमवार को जिला मुख्यालयों पर किसान संगठनों से जुड़े आंदोलनकारी प्रदर्शन कर ज्ञापन सौपेंगे। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि पूरे देश के किसान जिला मुख्यालय पर सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक उपायुक्त व डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कार्यालय का घेराव करेंगे।न्होंने कहा कि सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती है, लेकिन आंदोलन अब अधिकार मानने तक जारी रहेगा। लखीमपुर हादसे की प्रतिक्रिया हरियाणा में भी दिखी। बहादुरगढ़ में टीकरी बार्डर पर आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का पुतला फूंका। फतेहाबाद-टोहाना क्षेत्र के गांव कनहड़ी में किसानों ने रोड जाम कर दिया। अंबाला में भी कुछ जगह प्रदर्शन हुए।
उधर, उत्तराखंड के रुद्रपुर निवासी तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क भी लखीमपुर में हुए बवाल में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस सूचना के बाद से ही तराई के किसानों में उबाल है। तराई किसान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष सलविंदर सिंह कलसी ने बताया कि तजिंदर गंभीर रूप से घायल है। लखीमपुर में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बरेली में एडमिट कराया जाएगा। यहां से किसानों का एक जत्था उनसे मुलाकात करने के लिए बरेली के लिए रवाना हुआ है।