फर्रुखाबाद गंगा एक्सप्रेस वे का मामला फिर गरमा गया है। जिले में पैदल मार्च, धरना प्रदर्शन से लेकर विभिन्न तरीके के आंदोलन से सरगर्मी बढ़ गई है। अमृतपुर तहसील क्षेत्र में जहां सैकड़ों लोगों नें बाइक जुलूस निकालकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया तो वहीं कलेक्ट्रेट में विभिन्न संगठनों के लोगों ने गंगा एक्सप्रेस वे को लेकर प्रधानमंंत्री के नाम मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट को दिया।
गंगा एक्सप्रेस वे को लेकर विपक्षी दलों के अलावा विभिन्न संगठन सक्रिय हो गए हैं तो वहीं सत्तारुढ़ दल अभी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है। वहीं लगातार सत्तारुढ़ दल के लोगो पर हमला तेज हो गया है। वैश्य महासभा के शिष्ट मंडल ने दोपहर में नगर मजिस्ट्रेट को मांग पत्र सौंपा जिसमें बताया कि जिले में लगभग 60 किलोमीटर क्षेत्र की लंबाई में गंगाजी बह रही हैं। फिर भी यहां से गंगा एक्प्रेस वे नहीं गुजारा गया। वहीं शाहजहांपुर के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना अपने दमखम से गंगा एक्सप्रेस वे को अपने यहां ले गए। गंगा हाईवे के अधिकारियों से गलत रिपोर्टिंग भी कराई गई। शिष्ट मंडल से कहा कि इससे पहले कलान तहसील को भी अपनी दमखम से सुरेश खन्ना ने शाहजहांपुर में शामिल करा लिया था। यह जिले के लिए दुर्भाग्यपूर्ण की बात है। जिलाध्यक्ष अंबरीश गुप्ता, नगर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता, प्रवक्ता जितेंद्र अग्रवाल आदि ने कहा कि यहां पर जनता ने चारो विधायक और एक सांसद भाजपा को दिया। फिर भी गंगा एक्सप्रेसवे फर्रुखाबाद में न निकलने पर फर्रुखाबाद की जनता में आक्रोश है गंगा एक्सप्रेस वे को अंतिम रूप देने से पहले यदि कोई फैसला नहीं हुआ तो भाजपा को भारी नुकसान झेलना हेागा। गंगापार में गंगा एक्सप्रेस वे को लेकर आवाज उठाई गई। राजेपुर से पद यात्रा अमृतपुर तहसील तक निकाली गई। इस पर जोरदार ढंग से नारेबाजी की गयी। जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधा गया। मनोज मिश्रा, सुधांशु पाठक, रामदत्त तिवारी, रामू सिंह, प्रभात अवस्थी आदि की मौजूदगी रही। मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया गया।
फर्रुखाबाद संवाददाता धर्मवीर सिंह