उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में प्रधान डाकघर में रोजाना धोखाधड़ी के चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं। कोतवाली क्षेत्र के भोजपुरा गांव निवासी एक उपभोक्ता दंपती का तो डाक विभाग के कर्मी ने खाता से नाम ही गायब कर दिया। उसकी जगह अपना नाम दर्ज कर लिया। खाते में जमा करीब 17.85 लाख रुपये की धनराशि भी गायब कर दी गई। धोखाधड़ी का पता लगने के बाद पीड़ित रामसरन राजपूत ने एसपी से शिकायत की है।
रामसरन राजपूत ने बताया कि उनका व पत्नी वीरा राजपूत के नाम प्रधान डाकघर में संयुक्त खाता वर्ष 2007 से चला आ रहा है। खाते में 28 जुलाई 2023 को अंतिम बार 6.10 लाख रुपये जमा किए थे। उनके खाते में कुल धनराशि 17.85 लाख रुपये हो गई थी।
बताया कि इसकी एंट्री उनकी पासबुक में हस्तलेख और कंप्यूटरीकृत रूप से दर्ज की गई थी। कुछ दिन पहले जब रुपये की आवश्यकता हुई तो वह प्रधान डाकघर में रुपये निकालने के लिए पहुंचे। अपनी पासबुक काउंटर पर लिपिक को दी।
लिपिक ने खाता संख्या के आधार पर कंप्यूटर में पासबुक खोली तो बताया कि इसमें खाता धारक के रूप में आपका नाम नहीं है। किसी जीवन कुमार सिंह का नाम दर्ज है। इसमें 94524 शेष बचा हुआ है। धोखाधड़ी की जानकारी होने के बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पोस्ट मास्टर से बात की तो कहा कि आप कानूनी कार्रवाई मत करना। हम आपका पूरा रुपया जल्द से जल्द वापस लौटा देंगे।
इसके बाद कोतवाली में भी शिकायत दी। लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित ने एसपी से कहा कि संबंधित कर्मी व अन्य कर्मचारियों ने उसके साथ बेईमानी कर धन हड़प लिया है। उसके खाते से उसकी जमा पूंजी निकाल ली गई है। दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।