पीलीभीत में डीएम को पता नहीं, उनके आदेश पर हो गई वसूली

पीलीभीत के गांवों में रहने वाले लोगों के घरों पर नंबर प्लेट लगाने के लिए पूरनपुर ब्लॉक कार्यालय से सभी प्रधानों को आदेश जारी कर दिया गया। आदेश में जिलाधिकारी के आदेश का हवाला देकर रोजगार सेवक, आशा आदि का सहयोग लेने की बात कही गई। मामला जब डीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने पूरनपुर बीडीओ को तलब किया है। फिलहाल आदेश निरस्त कर दिया गया है।

पूरनपुर ब्लाॅक क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सचिवों को खंड विकास अधिकारी कार्यालय से सहायक विकास अधिकारी पंचायत की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिलाधिकारी के आदेश पर ग्राम पंचायत में लगाई गई नंबर प्लेट को निरस्त करते हुए दोबारा से ग्रामीण क्षेत्र के मकानों पर क्रमवार नंबर प्लेट लगाए जाने का कार्य किया जाना है।

प्रत्येक नंबर प्लेट की कीमत 50 रुपये है। इसका भुगतान भवन स्वामी करेगा। नंबर प्लेट भवन स्वामी की इच्छा अनुसार लगाई जाएगी। कहा गया है नंबर प्लेट लगाए जाने से मकान की गणना, वार्ड सुधार, पारिवारिक रजिस्टर, राशन कार्ड, बीपीएल सर्वे में सुविधा होगी। इसके लिए ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक, पंचायत सहायक, सफाई कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर के अलावा कोटेदारों का सहयोग लिया जाए।उक्त आदेश को लेकर विकास भवन में बुधवार को चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। जिला पंचायत राज अधिकारी ने ऐसा कोई आदेश जारी न होने की बात कही। मामला संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी पूरनपुर को तलब किया। फिलहाल मामला चर्चा में आते ही पंचायत राज विभाग के अधिकारी आदेश निरस्त होने की बात कह रहे हैं।

जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार का कहना है कि आदेश उनके संज्ञान में नहीं है। हो सकता है अपर जिलाधिकारी की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी किया गया हो। फिलहाल उस आदेश को निरस्त कर दिया गया है। खंड विकास अधिकारी से मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है।