मैनपुर में पानी भरे गड्ढे में डूबकर इकलौते बेटे की मौत, घर में मचा कोहराम

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में खेत जाते समय नौ वर्षीय बालक पानी भरे गहरे गड्ढे में गिर गया। जानकारी होने पर परिजन ने उसे बाहर निकाला। लेकिन, तब तक काफी देर हो चुका था। यानी बालक की मौत हो गई। शनिवार को पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया है।

हादसा एलाऊ थाना क्षेत्र के संजापुर गांव में हुआ। गांव निवासी विनोद शाक्य का नौ वर्षीय पुत्र शिवा शुक्रवार की शाम घर से खेत जाने की बात कह कर गया था। जब वह काफी देर तक घर वापस नहीं आया तो परिजन को चिंता हुई। परिजन ने उसकी तलाश शुरू की। लेकिन, कोई पता नहीं लग सका। शनिवार की सुबह शिवा का शव खेत पर जाने वाले रास्ते में पानी भरे एक गहरे गड्ढे में पड़ा मिला।

जानकारी होने के बाद परिजन में चीख पुकार मच गई। शव को बाहर निकाल कर परिजन घर ले गए। सूचना मिलने के बाद थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बालक के शव को मोर्चरी भिजवाया। शनिवार को पुलिस ने बालक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजन को सौंप दिया। गमगीन माहौल में शिवा के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

बारिश के बाद गहरे गड्ढे बन रहे जानलेवा
ग्रामीणों ने बताया कि गांव से खेत पर जाने वाले रास्तों पर कई गहरे गड्ढे हैं। बारिश के बाद इन गड्ढों में पानी भर गया है। जिस कारण से गड्ढे जानलेवा हो गए हैं। किसान भी अपने खेत पर जाते समय इन गहरे गड्ढों से बच कर निकलते हैं। नौ साल का शिवा पानी भरे गड्ढे की वजह से अपनी जान गंवा बैठा। कुछ लोगों का कहना था कि अगर शिवा को समय पर मदद मिल जाती तो शायद उसकी जान बच भी सकती थी।

इकलौता पुत्र था शिवा
संजापुर गांव में पानी भरे गड्ढे में डूबने से नौ वर्षीय शिवा की मौत के बाद मां आरती और पिता विनोद के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाला शिवा विनोद शाक्य का इकलौता पुत्र था। उसकी मौत के बाद एक बेटी है। हादसे के बाद घर में चीख पुकार के बीच लोग सांत्वना देने के लिए पहुंच रहे हैं।

REPORT: YOGESH KUMAR

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g

आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ