मैनपुरी में झोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज से हुई मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग जागा है। जिसमें झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू की गई। विभाग अब शिकायतों के बाद सक्रिय होकर झोलाछापों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। कार्रवाई के क्रम झोलाछाप द्वारा घर में अस्पताल बनाकर चारपाईयों पर मरीज को भर्ती कर डेंगू का इलाज कर रहे चिकित्सक के देशी जुगाड़ अस्पताल को चिकित्सा अधीक्षक ने सील कर नोटिस चस्पा किया। नोटिस का जवाब तीन दिन में न देने पर झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मामला बेवर विकासखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर हरी के गांव बागपुर से जुड़ा बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि गांव निवासी दिनेश शाक्य अपने गांव में अपने नाम का बोर्ड लगाकर उसे पर फार्मासिस्ट लखनऊ यूनिवर्सिटी दर्शाकर अपने घर में चार पाई पर काफी मरीज भर्ती कर देशी जुगाड़ अस्पताल का संचालन कर डेंगू जैसी बीमारी का इलाज कर रहा था। जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी गई।
जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसी गुप्ता ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर हरी के डॉक्टर मनीष प्रताप सिंह को सौंपी। विभाग द्वारा अवैध अस्पताल पर छापे मार कार्रवाई की गई। छापेमारी की सूचना मिलते ही अस्पताल संचालक दिनेश शाक्य अस्पताल छोड़कर फरार हो गया। जांच पर पहुंचे अधिकारियों ने अस्पताल को सील कर नोटिस चस्पा कर दिया। नोटिस का जवाब 3 दिन में उपलब्ध कराने के लिए आदेशित किया गया है। मामले पर जानकारी देते हुए आरसी गुप्ता ने बताया नोटिस के जवाब के बाद चिकित्सा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।