मैनपुरी के मुख्य चिकित्साधिकारी ने इस घटना की जांच नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार से कराई और मामला सही पाया गया। अस्पताल से जवाब-तलब किया गया और उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। अब इस मामले की विस्तृत जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। यह एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी।
मैनपुरी के राधास्वामी अस्पताल में एक युवती की मौत हो गई। उसके बाद यहां कर्मचारियों ने उसका शव बाइक पर रख दिया और परिजन उसे लेकर किसी तरह घर गए। शव वाहन उपलब्ध न कराने और संवेदनहीनता दिखाने के मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामले की जानकारी उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को हुई तो उन्होंने सख्त नाराजगी जताते हुए इस अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। वहीं जांच के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है।
मैनपुरी के मुख्य चिकित्साधिकारी ने इस घटना की जांच नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार से कराई और मामला सही पाया गया। अस्पताल से जवाब-तलब किया गया और उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई।
रद भी हो सकता है अस्पताल का लाइसेंस
अब इस मामले की विस्तृत जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। यह एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी। आगे इस अस्पताल का लाइसेंस भी रद किया जा सकता है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों को फिलहाल घिरोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर गाजीपुर के मनिहारी ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रैबीज का इंजेक्शन लगाने के नाम पर रोगी से कर्मचारी द्वारा धन वसूले जाने का मामला सामने आया है। उप मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण की जांच पांच दिन में पूरी कर रिपोर्ट देने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में उपचार की सभी सुविधाएं मुफ्त हैं।