बरेली हाईवे से गांव कनाकोर तक जाने वाले मार्ग की मंजूरी दो साल पहले मिली थी। 4 करोड़ रुपये मिलने के बाद प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से इसका निर्माण शुरू कराया गया था, लेकिन पत्थर डालने के बाद किन्ही कारणों से कार्य रुक गया। अब फिर से यहां पर काम शुरू हो गया है। ऐसे में यहां से निकलने वाले 30 गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली है।
वर्ष 2022 में पीलीभीत मार्ग से कनाकोर होकर सैजना तक जाने वाले मार्ग का 4.87 करोड़ रुपये से निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बननी थी। सड़क निर्माण का ठेका लखनऊ की फर्म ने लिया था।
काम शुरू हुआ और ठेकेदार ने पुरानी सड़क खोदकर पत्थर डाल दिए । कुछ माह बाद ठेकेदार सड़क को जस का तस छोड़कर चला गया और काम भी बंद हो गया। इससे सड़क से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी।
दो साल तक काम रुका रहा। इस मामले को लेकर अमर उजाला ने तीन मई के अंक में प्रमुखता से खबर भी प्रकाशित की। साथ ही अधिशासी अभियंता ने भी इसका संज्ञान लिया। सड़क का निर्माण जल्द पूरा कराने के ठेकेदार को निर्देश दिए गए। अब दो साल बाद ठेकेदार ने यहां पर काम शुरू कर दिया है। सड़क को अपग्रेड किया गया था। इसके बाद अब काम शुरू करा दिया गया है। जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा।