पीलीभीत में ब्रह्मचारी घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लकड़ी का अस्थायी पुल बनाने के निर्देश जिला पंचायत प्रशासन को दिए थे। लकड़ी के पुल की मजबूती को लेकर संशय होने पर अब रेत की बोरियां लगाकर पुल बनाया जा रहा है। इसमें नदी की धार के ऊपर दस फिट तक पटले डाले जाएंगे।
27 नवंबर को ब्रह्मचारी घाट पर होने वाले कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट ने जिला पंचायत प्रशासन को वहां पर लकड़ी का पुल बनाने को कहा था। निर्देश के तहत बृहस्पतिवार को लोनिवि के अधिशासी अभियंता उदय नरायन ने अपर मुख्य अधिकारी हरमीक सिंह के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान स्नान वाले क्षेत्र में मिट्टी धंस रही थी। ऐसे में लकड़ी के पुल को लेकर असुरक्षा महसूस की गई थी। अधिकारियों ने सुरक्षा के लिहाज से अब घाट पर रेत की बोरियों को नदी की धार के दोनों ओर से लगाकर पुल बनवाना शुरू कर दिया है।
बीच में करीब दस फुट धार के लिए छोड़ा जाएगा। उसके ऊपर पटला डालकर आवाजाही संभव हो सकेगी। मेला नदी के दोनों ओर लगेगा। पुल की चौड़ाई चार मीटर रखी जा रही है। इसमें एक ओर से जाना और दूसरी ओर से लौटना होगा। अपर मुख्य अधिकारी ने बताया कि शनिवार तक काम पूरा हो जाएगा। घाट तक आने के लिए भी रास्ते को ठीक कराया जा रहा है।
पुल बनने के बाद पालिका लगाएगी बेरिकेडिंगघाट पर अस्थायी पुल बनने के बाद नगर पालिका की ओर से बेरिकेडिंग कराई जाएगी। वहीं पर कपड़े बदलने के लिए महिलाओं के लिए अलग से कक्ष बनाया जाएगा। सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार सिंह ने प्रभारी ईओ को सभी कार्यों को समय से पूरा कराने के निर्देश दिए हैं।