पीलीभीत में सर्दी शुरू होने से भले ही डेंगू से राहत मिली है, लेकिन अन्य बीमारियों ने लोगों को जकड़ लिया है। खांसी, कफ, हाई ब्लड प्रेशर के साथ ही सांस के रोगियों की संख्या बढ़ी है। सर्दी के मौसम में जब से धुंध व कोहरा पड़ना शुरू हुआ है तब से अस्पतालों में 25 से 30 फीसदी सांस के मरीज बढ़े हैंं। बुधवार को 777 मरीजों की ओपीडी में 80 से 90 मरीज सांस और खांसी के पहुंचे।
निजी क्लीनिक के फिजीशियन डॉ. इंद्रजीत वर्मा ने बताया कि सर्दियों में लोगों में स्नोफीलिया हो जाता है, जो सांस लेने में तकलीफ पैदा करता है। दम घुटने लगता है। यह समस्या अक्सर सर्दियों में होती है। रक्त में सेल की संख्या बढ़ने से यह समस्या होती है। सर्दियों में अस्थमा की समस्या बढ़ जाती है। इससे सांस की नली में सूजन बढ़ जाता है, जिससे मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है। वायरल इंफेक्शन की वजह से भी लोगों को खांसी और सांस लेने की तकलीफ शुरू होती है।
डॉ. इंद्रजीत वर्मा ने बताया कि कोहरा, धुंध, धुआं, मिट्टी के कण आदि की वजह से भी लोगों में सांस की समस्या बढ़ जाती है। मौजूदा समय में बच्चों में जो सांस की समस्या बढ़ रही है वह वायरल इंफेक्शन की वजह से है। घर में अगर किसी को वायरल इंफेक्शन है बच्चा भी उसकी चपेट में आ जाता है।
सर्दियों में यह रखें ध्यान
डॉ. इंद्रजीत वर्मा ने बताया कि सर्दियों में हर किसी को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर आप बिस्तर में हैं तो अचानक बाहर न निकलें। शरीर का तापमान बदलने से समस्या पैदा हो सकती है। धूल, धुंध, मिट्टी के कण आदि से बचने के लिए मुंह पर मास्क पहनें। वायरल इंफेक्शन से ग्रसित लोगों को बच्चों को दूर रखे। बहुत ज्यादा ठंडा पानी न पीए। हल्का गुनगुना करने के बाद पानी पीना बेहतर होगा।
सर्दियों में बच्चों का विशेष ध्यान रखें
मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आजाद ने कहा कि सर्दी का मौसम बच्चों के लिए काफी नुकसानदायक होता है। थोड़ी सी लापरवाही बच्चों पर भारी पड़ जाती है। ऐसे में बच्चों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सर्दी शुरू हो चुकी है। काफी बच्चे सर्दी की समस्या से पीड़ित हैं, जो ओपीडी में आ रहे हैं। कई बच्चों में सांस की समस्या भी देखने को मिल रही है। बुखार, खांसी आदि की चपेट में बच्चे आ रहे हैं।
पीलीभीत में टाउन नंबर दो में गंगोत्रीपुरम कॉलोनी के खंभे में दिक्कत आ जाने से वहां कई मोहल्लों की बिजली घंटों प्रभावित रही। सूचना मिलते ही विभागीय टीम ने मौके पर पहुंच गई। एक घंटे के बाद क्षेत्र की बिजली दुरुस्त की जा सकी।
शहर में पिछले कई दिनों से बिजली व्यवस्था लड़खड़ाई चल रही है। कहीं मरम्मत का काम दिखाकर बिजली कटौती की जा रही है तो कहीं फाल्ट होने से शहर में कटौती हो रही है। बुधवार शाम लगभग छह बजे शहर के टाउन नंबर दो के गंगोत्रीपुरम कॉलोनी में लगे पोल का आर्म बोल्ट गल जाने से टूट गया। इससे उस क्षेत्र से जुड़ने वाला अग्रवाल सभा के पास स्थित मोहल्ला साहूकारा, मोहतसिम खां, खैरुला शाह, झंडे चौराहा, नई बस्ती, तुलाराम, काला मंदिर, पूरनमल, दूधिया मंदिर रोड, समेत मुख्य बाजार के दो हजार से अधिक उपभोक्ताओं की बिजली प्रभावित रही।
सूचना मिलने के बाद विभागीय टीम ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्था को दुरुस्त करने में भी लगभग एक घंटा लगा दिया। इसके बाद यहां की बिजली व्यवस्था दुरुस्त हो सकी। जेई जहांगीर आलम ने बताया कि पोल पर लगे बोल्ट के टूट जाने से दिक्कत आई थी। जिसे तुरंत सही करा दिया गया।
आसमान साफ रहने से खिली धूप, लोगों को मिली राहत
पीलीभीत। दो दिन से कोहरा बना होने के कारण तराई का मौसम काफी सर्द हो गया था। बुधवार को मौसम साफ रहा तो कोहरा भी नहीं पड़ा। इससे सुबह होते ही धूप खिल गई। धूप खिलने से लोगों को ठंड से राहत मिली।
बुधवार को सुबह मौसम साफ रहा। कोहरा न होने से सुबह सात बजे अच्छी धूप भी खिली। धूप को देखकर लोग छतों पर पहुंच गए। इससे दो दिन से हो रही ठंड से भी लोगों को राहत मिली। दोपहर बाद हल्की हवा बहने से धूप पर भी असर पड़ा। शाम को ठंड में थोड़ा इजाफा हुआ।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसएस ढाका ने बताया कि आसमान साफ रहने से धूप खिली है। सर्द हवा के बहने से ठंड का एहसास होता रहा। हालांकि तापमान में ठंड के कारण गिरावट रहेगी। बुधवार को अधिकतम तापमान 15 तो न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस रहा।