मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को पीलीभीत पहुंचे। उन्होंने मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस में आयोजित वन्यजीव सप्ताह के समापन समारोह में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस से 248 करोड़ रुपये की 26 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
पीलीभीत में वन्यजीव सप्ताह के समापन पर मुस्ताफबाद गेस्ट हाउस पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 248 करोड़ की 26 परियोजनाओं का लोकापर्ण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व की टीम के सफल संरक्षण की देन है कि यहां पर बाघों की संख्या दोगुनी हुई है। इसके साथ उन्होंने गांव के लोगों को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षण देने व जंगल को सुरक्षित व संरक्षित करने पर जोर दिया। पीटीआर में पर्यटन की तमाम संभावनाएं भी जताईं।
मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर शुक्रवार दोपहर 1:36 बजे मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस के पास बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। यहां वन राज्यमंत्री अरुण कुमार सक्सेना, केपी मलिक, गन्ना राज्यमंत्री संजय गंगवार, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह व जिले के सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस में लगी प्रदर्शनी को देखा।
मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का किया अवलोकन
मुख्यमंत्री एक-एक स्टॉल पर गए और समूहों के द्वारा तैयार किए गए उत्पाद के बारे में जानकारी ली। मंच से मुख्यमंत्री ने कहा कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वर्ष 2018 में 25 बाघ मौजूद थे। डबल इंजन की सरकार के प्रयास से पीटीआर में 2022 में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई। अब यहां पर 71 बाघ हैं। इसके लिए वन अधिकारी बधाई के पात्र हैं।
ईको टूरिज्म से पैदा होंगे रोजगार
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 10 वेटलैंड बनाए गए हैं। ईको टूरिज्म पर जोर देते हुए कहा कि इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके लिए जंगल किनारे गांव के लोगों को ट्रेनिंग देकर उन्हें गाइड का दर्जा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में कुछ नहीं मिलता था। भाजपा सरकार ने इसे आपदा घोषित किया।
अब वन्यजीव के हमले से मौत होने पर परिजनों को पांच लाख रुपये दिए जाते हैं। संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने तार फेंसिंग कराए जाने की बात कही। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग बिल्कुल न करें। प्लास्टिक से पर्यावरण प्रदूषित होता है। इससे जीवन को संकट पैदा होता है। इसके बाद मुख्यमंत्री करीब 20 मिनट चूका घूमे फिर हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए।