उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में गर्मी के बीच बच्चों की दिक्कतें बढ़ती जा रहीं हैं। सोमवार को जिला अस्पताल में पहुंचे एक ढाई माह के बच्चे की सांस लेने में दिक्कत के चलते मौत हो गई। वहीं 22 अन्य मरीजों को भर्ती कराया गया। चार मरीज हालत बिगड़ने पर रेफर किए गए।
सोमवार को सुबह से ही जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ रही। ओपीडी में 1056 मरीजों को प्राथमिक उपचार दिया गया। भोगांव निवासी वेताल सिंह के ढाई माह के पुत्र अंशुमान को पिछले कुछ दिनों से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। परिजन उनका एक निजी अस्पताल में उपचार करा रहे थे। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सोमवार को जिला असपताल में मरीजों की संख्या कम पड़ने पर इमरजेंसी में बेड की कमी पड़ गई। इस दौरान इमरजेंसी में एक-एक बेड पर दो-दो मरीज लिटाने पड़े। वहीं इंडोर वार्ड भी मरीजों से फुल हो गया। इंडोर वार्ड की दूसरी मंजिल पर मरीजों को भर्ती कराया गया। सीएमएस डॉ. मदनलाल का कहना था कि बच्चे को मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. डीके शाक्य का कहना है कि गर्मी के मौसम में बच्चों को विशेष ध्यान रखें। बच्चों को अधिक से अधिक पानी पिलाएं। बच्चों को धूप में न जाने दें। जरा भी दिक्कत हो तो विशेषज्ञ डॉक्टर से उपचार दिलाए। उपचार में लापरवाही न करें।