शक्ति (Power) शब्द का प्रयोग मानवनियंत्रित ऊर्जा को जो यांत्रिक कार्य करने के लिए प्राप्य हो, सूचित करने के लिए किया जाता है। शक्ति के मुख्य स्रोत (source) हैं : मनुष्यों एवं जानवरों की पेशीय ऊर्जा (muscular energy), नदी एवं वायु की गतिज ऊर्जा, उच्च सतहों पर स्थित जलाशय की स्थितिज (potential) ऊर्जा, लहरों एवं ज्वारभाटा की ऊर्जा, पृथ्वी एवं सूर्य की ऊष्मा ऊर्जा, ईंधन को जलाने से प्राप्त ऊष्मा ऊर्जा आदि। पालतू जानवरों की शक्ति का उपयोग मानवीय सभ्यता का प्रथम कदम था। बाद में क्रमश: विभिन्न प्रकार की…
Category: टेक्नोलॉजी
अणु और परमाणु
अणु पदार्थ का वह छोटा कण है जो प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था में पाया जाता है लेकिन रासायनिक प्रतिक्रिया में भाग नहीं ले सकता है। रसायन विज्ञान में अणु दो या दो से अधिक, एक ही प्रकार या अलग अलग प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बना होता है। परमाणु मजबूत रसायनिक बंधन के कारण आपस में जुड़े रहते हैं और अणु का निर्माण करते हैं। अणु की संकल्पना ठोस, द्रव और गैस के लिये अलग अलग हो सकती है। अणु पदार्थ के सबसे छोटे भाग को कहते हैं। यह कथन…
क्या आप जानते है , ब्लैक होल से निकलने वाला रेडिएशन हमारी ऊर्जा संबंधी जरूरतें पूरी कर सकता है
एक ताजा अध्ययन में दावा किया गया है कि ब्लैक होल की ऊर्जा का दोहन मानव सभ्यता के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है. इस अध्ययन के मुताबिक ब्लैक होल से निकलने वाले रेडिएशन और गर्मी से हम अपनी ऊर्जा जरूरतें पूरी कर सकते हैं. ब्लैक होल के इर्द-गिर्द एक डिस्क होती है, जिसमें कई मटीरियल और ऑब्जेक्ट होते हैं. ब्लैक होल के कारण इस डिस्क में इतना घर्षण होता है कि उससे निकलने वाली ऊर्जा हमारी जरूरतों को पूरा कर सकती है.वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर इस…
मोबाइल बैंकिंग या नेटबैंकिंग का पासवर्ड स्ट्रॉन्ग बनाने के तरीके, जानिए कैसे बचें बैंकिंग फ्रॉड से
तेजी से डिजीटल होती दुनिया में उतनी ही रफ्तार से ऑनलाइन धोखाधड़ी भी बढ़ी है. कोरोना महामारी से बैंकिंग फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी तो और तेजी से बढ़ी है. बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड्स को देखते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने लोगों को नेटबैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का पासवर्ड स्ट्रॉन्ग रखने की सलाह दी है. कुछ खास तरीके अपनाकर आप अपना पासवर्ड स्ट्रॉन्ग बना सकते हैं. इससे आपको ऑनलाइन फ्रॉड से बचने में मदद मिलेगी. मजबूत पासवर्ड से आप एक हद तक खुद के पैसों और जानकारी को सुरक्षित कर…
बहुत अजीब होते हैं ये प्लैटिपस, आओ जाने
प्लैटिपस (Platypus) ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाले जीव होते हैं जिसकी चोंच बतख जैसी होती है. कई लिहाज से अजीब यह स्तनपायी जानवर विलुप्त होने की स्थिति में है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने इसका संपूर्ण जीनोम मैप (Genome Map) बनाने में सफलता हासिल की है. इसके अध्ययन से शोधकर्ता यह पता लगाने में सफल हुए हैं कि आखिर यह जीव इतना अजीब क्यों है. कितने अजीब हैं ये प्लैटिपस की सबसे ख़ास बात यह है कि यह उन चुनिंदा जीवों में से है जिनकी प्रजातियों के जीवाश्म आज भी…
जानें अक्रिय गैस का उपयोग
अक्रिय गैस (Inert gas) उन गैसों को कहते हैं जो साधारणतः रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग नहीं लेतीं और सदा मुक्त अवस्था में प्राप्य हैं। इनमें हीलियम, निऑन, आर्गान, क्रिप्टॉन,जीनॉन और रेडॉन सम्मिलित हैं। इनमें से रेडॉन रेडियो-सक्रिय है। समस्त अक्रिय गैसें रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन होती हैं। स्थिर दाब और स्थिर आयतन पर इन गैसों की विशिष्ट उष्माओं का अनुपात 1.67 के बराबर होता है जिससे पता चलता है कि ये सब एक-परमाणुक गैसें हैं।अक्रिय गैस Xe फ्लूराइड बनाता है।आजकल ‘अक्रिय गैस’ कहने के बजाय इन्हें उत्कृष्ट गैस (Noble gases)…
अवलोकन टनलिंग सूक्ष्मदर्शी यंत्र, आइए जाने
आणुविक स्तर पर सतहों को देखने के लिये अवलोकन टनलिंग सूक्ष्मदर्शी यंत्र (अंगरेजी में= Scanning Tunneling Microscope(STM)) एक शक्तिशाली तकनीक है। सन 1981 में गर्ड बिन्निग और हैन्रिक रोह्रर (आई बी एम ज़्यूरिख़) ने इसका आविष्कार किया जिसके लिये सन 1986 में इन्हे भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया। यह यंत्र टनलिंग धारा के मापन के आधार पर पदार्थ के अवस्था घनत्व को परखता है। यह 0.1 नैनोमीटर की चौडाई और 0.01 नैनोमीटर की गहराई तक देख सकता है। यह यंत्र ना सिर्फ अति-निर्वात परिस्तिथियों में, बल्कि खुली हवा तथा…
SBI ग्राहक सावधान रहें , फ्री गिफ्ट और KYC के बहाने कर रहे हैं अकाउंट खाली हैकर्स
SBI बैंक के ग्राहकों के लिए एक अहम और चेतावनी भरी जानकारी है। इन दिनों आपके खाते पर चीनी हैकर्स की नजर है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक के ग्राहकों को KYC अपडेट कराने और इसके बदले 50 लाख रुपये के फ्री गिफ्ट का ऑफर दिया जा रहा है। अगर आप उनके जाल में फंस गये, तो कुछ ही मिनटों में आपका अकाउंट खाली हो जाएगा और खून-पसीने की कमाई लुट जाएगी। पिछले कुछ दिनों में देश में इस तरह की काफी शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसलिए इस…
प्राचीनकाल का मानव समुद्री सीप से हथियार बनाने में सक्षम
प्राचीनकाल की मानव सभ्यताओं की खोज करने वाले अमेरिकी भू—अन्वेषण के वैज्ञानिको ने इस बात का दावा करते हुए खुलासा किया है कि प्राचीन समय में मानव आखेट के लिए पत्थरों से बने हथियारों के साथ-साथ समुद्री सीपों की मदद से बनाए गए औजारों का भी इस्तेमाल करता था।हाल ही में किए गए एक नए शोध के अध्ययन में शोधकर्ताओं ने निएंडरथल जो कि प्राचीन मानव की एक प्रजाति के निवास स्थलों पर मिली सीपों के विश्लेषण के आधार पर इस बात का दावा किया गया है कि प्राचीन मानव…
ऐसा मेटेरियल जो हड्डियों को जल्द ही जोड़ देगा
हादसा किसी के भी साथ हो सकता है। आपने अपने आस—पास देखा होगा या स्वयं के साथ कभी हुआ होगा कि कही हादसे के दौरान किसी की हड्डी टूट जाती है। हड्डी के टूटने के बाद चाहे उसे कैसा भी ट्रीटमेंट क्यों ना दे लेकिन उसकों जुड़ने में लगभग तीन से चार महिने तो लग ही जाते हैं। यदि ज्यादा गंभीर केस हो तो इससे भी अधिक समय लग सकता है। लेकिन हाल ही में अमेरिका की यूनिवर्सिटी आॅफ मायरलैंड और ह्यूस्टन के रायस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 3डी प्रिंटेड मेटेरियल बनाया…
बारिश में स्मार्टफोन भीग जाए तो क्या करें और क्या न करें
बरसात का मौसम चल रहा है। देश के प्रत्येक हिस्से में लगातार बारिश हो रही है, हालांकि इस बारिश में भी लोगों का काम नहीं रुक रहा है। लोग काम के लिए घरों से बाहर जा रहा है। बरसात के मौसम में कई बार ऐसा होता है कि हम बारिश में भीग जाते हैं और साथ में हमारा फोन भी भीग जाता है। कई बार ऐसा भी होता है कि फोन गलती से पानी में गिर जाता है। तो आइए जानते हैं बारिश में अगर स्मार्टफोन भीग जाए तो क्या…
मस्जिद में नमाज के दौरान खलल नहीं डालेगा मोबाइल, करें ये उपाय
मस्जिद में नमाज के दौरान आप मोबाइल बंद करना या साइलेंट करना भूल जाते हैं तो घबराएं मत। अब मोबाइल की घंटी बजने पर आपको अन्य नमाजियों के सामने शर्मिंदा नहीं होना पड़ेगा। आपको बस गूगल प्ले स्टोर में जाकर माई प्रेयर एप डाउनलोड कर उसमें पांच वक्त की नमाज के हिसाब से 20 या 30 मिनट का टाइम सेट करना है। जैसे ही आप मस्जिद में दाखिल होंगे। आपका मोबाइल खुद ब खुद साइलेंट मोड में चला जाएगा और आपकी और अन्य नमाजियों की नमाज में मोबाइल खलल नहीं…
5जी के लॉन्च से आपको होंगे यह फायदे, बदल रही है दुनिया
मोबाइल फोन के इतिहास में कभी भी नई तकनीक के बारे में इतना प्रचार नहीं किया गया, जितना 5G टेक्नोलॉजी का हो रहा है। मोबाइल फोन ऑपरेटर, हैंडसेट निर्माता और उपकरण विक्रेता इस ग्राउंड ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे पहले कुछ बड़ा हासिल करने का दावा करने के लिए बेकरार हैं। मगर, इसके साथ ही कई चीजें दांव पर लगी हैं। मोबाइल उद्योग को भी 5G की सख्त जरूरत है। इसके जरिए वह नए राजस्व स्रोतों, बाजार में हिस्सेदारी या विकास को बढ़ावा देना चाहता है। बताते चलें कि…
क्या होता जीवाणु आइये जानते है इसके बारे में
जीवाणु एक एककोशिकीय जीव है। इसका आकार कुछ मिलिमीटर तक ही होता है। इनकी आकृति गोल या मुक्त-चक्राकार से लेकर छड़, आदि आकार की हो सकती है। ये अकेन्द्रिक, कोशिका भित्तियुक्त, एककोशकीय सरल जीव हैं जो प्रायः सर्वत्र पाये जाते हैं। ये पृथ्वी पर मिट्टी में, अम्लीय गर्म जल-धाराओं में, नाभिकीय पदार्थों में, जल में, भू-पपड़ी में, यहां तक की कार्बनिक पदार्थों में तथा पौधौं एवं जन्तुओं के शरीर के भीतर भी पाये जाते हैं। साधारणतः एक ग्राम मिट्टी में 4 करोड़ जीवाणु कोष तथा 1 मिलीलीटर जल में 10…
सेहत है आपके लिए ज़रूरी या 5G का तेज़ नेटवर्क ?
5G वायरलेस तकनीक धीरे-धीरे दुनिया भर में अपना रास्ता बना रही है, कई सरकारी एजेंसियां और संगठन सलाह देते हैं कि हमारे स्वास्थ्य पर रेडियोफ्रीक्वेंसी तरंगों के प्रभाव के बारे में चिंतित होने का कोई कारण नहीं है। लेकिन कुछ विशेषज्ञ दृढ़ता से असहमत हैं। 5G शब्द मोबाइल प्रौद्योगिकी की पांचवीं पीढ़ी को संदर्भित करता है। तेजी से ब्राउज़िंग, स्ट्रीमिंग, और डाउनलोड गति, साथ ही बेहतर कनेक्टिविटी के वादों के साथ, 5 जी हमारे तेजी से तकनीक-निर्भर समाज के लिए एक प्राकृतिक विकास की तरह लग सकता है। लेकिन हमें नवीनतम…
नीला घेरा ‘मेटा ए आई’ आखिर क्या है आइये जानते हैं
आजमगढ़: आखिर क्या है यह नीला गोला व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आजकल एक नीला गोला (घेरा) दिखाई दे रहा है। ज्यादातर मोबाइल यूजर्स समझ नहीं पा रहे हैं कि यह क्या है और इसे हटाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यह हट भी नहीं रहा है! दरअसल, यह नीला घेरा मेटा द्वारा लॉन्च किए गए स्मार्ट असिस्टेंट मेटा एआई को दर्शा रहा है। इस एआई असिस्टेंट का इस्तेमाल भारत में यूजर्स मुफ्त में कर सकते हैं और यह अब देश में इस्तेमाल के लिए उपलब्ध है। मेटा एआई…
जानें अलैंगिक और लैंगिक जनन
जनन द्वारा कोई जीव (वनस्पति या प्राणी अपने ही सदृश किसी दूसरे जीव को जन्म देकर अपनी जाति की वृद्धि करता है। जन्म देने की इस क्रिया को जनन कहते हैं। जनन जीवितों की विशेषता है। जीव की उत्पत्ति किसी पूर्ववर्ती जीवित जीव से ही होती है। निर्जीव पिंड से सजीव की उत्पत्ति नहीं देखी गई है। संभवत: विषाणु (Virus) इसके अपवाद हों (देखें, स्वयंजनन, Abiogenesis)। जनन के दो उद्देश्य होते हैं एक व्यक्तिविशेष का संरक्षण और दूसरा जाति की शृंखला बनाए रखना। दोनों का आधार पोषण है। पोषण से…
विस्तार से जानें उष्मागतिकी के प्रथम नियम
उष्मागतिकी के शून्यवें सिद्धांत में ताप की भावना का समावेश होता है। यांत्रिकी में, विद्युत् या चुंबक विज्ञान में अथवा पारमाण्वीय विज्ञान में, ताप की भावना की कोई आवश्यकता नहीं प्रतीत होती। उष्मागतिकी के प्रथम सिद्धांत द्वारा ऊष्मा की भावना का समावेश होता है। जूल के प्रयोग द्वारा यह सिद्ध होता है कि किसी भी पिंड को (चाहे वह ठोस हो या द्रव या गैस) यदि स्थिरोष्म दीवारों से घेरकर रखें तो उस पिंड को एक निश्चित प्रारंभिक अवस्था से एक निश्चित अंतिम अवस्था तक पहुँचाने के लिए हमें सर्वदा…
विधुत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में कैसे परिवर्तित करता है, LED
आपके मोबाइल फ़ोन से लेकर विज्ञापनों के लिए प्रयुक्त किये जाने वाले बड़े-बड़े डिस्प्ले बोर्डों तक एक बहुत ही बड़ी रेंज के उत्पादों में इस जादुई लाइट बल्ब का इस्तमाल किया जाता है। जिसे आप सब तरफ देख सकते हैं। वर्तमान में इसकी लोकप्रियता और उपयोग दिनोंदिन बढते ही जा रहे हैं। जिसके लिए इसकी कुछ बहुत ही बेहतरीन खूबियाँ जिम्मेदार हैं। खासतौर पर LED बहुत ही छोटे होते हैं और ये बहुत कम पॉवर पर चलते हैं। LED बनाने के लिए जिस पद्धार्थ का इस्तेमाल होता है वो अलुमिनियम-गैलियम-आर्सेनाइड…
5जी क्या है?
जानते हैं कि ये 5जी, 4जी से कैसे अलग है और ये नेटवर्क क्या कर सकता है.मोबाइल फोन में 3जी नेटवर्क के साथ इंटरनेट ब्राउजिंग की शुरुआत हुई. मोबाइल पर वेबसाइट्स खोली जाने लगीं, मैप भी दिखने लगा. SMS से भरी 2जी नेटवर्क की दुनिया धीरे धीरे खत्म होने लगी. नई और हाई स्पीड प्रोसेसिंग चिप के विकास, ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क और वायरलेस नेटवर्क के विस्तार के साथ फोर्थ जेनेरेशन या 4जी नेटवर्क आया. यह तकनीकी छलांग थी. स्मार्टफोन और टैबलेट्स में बिना किसी तार के हाई स्पीड डाटा आने…