पीड़ित पक्ष इस कब्जे को हटवाने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचा था, जहां कोर्ट ने प्रशासन को इस कब्जे को हटवान एक निर्देश दिया था।
समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी जिले में एक बार फिर से बुलडोजर दहाड़ा है। इस बार बुलडोजर की कार्रवाई एक अवैध कब्रिस्तान और मजार पर हुई है। वर्षों से अवैध कब्ज़ा करके बनाए गए कब्रिस्तान और मजार को बुलडोजर की मदद से मिनटों में मिट्टी में मिला दिया गया। हालांकि इस कार्रवाई की एक पक्ष ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस और प्रशासन के आगे किसी की एक ना चली।
जानकारी के अनुसार, मैनपुरी जिले की भोगांव तहसील क्षेत्र के ग्राम गणेशपुरा में सड़क के किनारे रामरतन दिवाकर की जमीन पर अवैध कब्जा था। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों द्वारा अवैध कब्रिस्तान बनाने का मामला काफी लंबे समय से चल रहा था। इसे लेकर पीड़ित ने उच्च न्यायालय की शरण ली। जिसमें पीड़ित ने अपनी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को हटवाने की गुहार लगाई थी।
SDM को कोर्ट में होना पड़ा था पेश
इस मामले में उपजिलाधिकारी भोगांव को व्यक्तिगत रूप से हाइकोर्ट में पेश होना पड़ा था। कोर्ट ने पीड़ित के पक्ष में फैसला सुनाया था और प्रशासन को इस अवैध कब्जे को हटवाने का आदेश दिया था। जिसके बाद एसडीएम भोगांव के नेतृत्व में पुलिस फ़ोर्स अतिक्रमण की गई जमीन पर पहुंचा तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने विरोध किया। जिसको देखते हुए काफी ज्यादा फोर्स मौके पर बुलाना पड़ा।
उसके बाद बुल्डोजर ने अतिक्रमण को हटाना शुरू कर दिया। वहीं मुस्लिम पक्ष का आरोप है कि ये सय्यद बाबा की मजार काफी पुरानी है। बहुत पहले एक प्रधान ने कब्रिस्तान के लिए ये जगह मुस्लिम समुदाय को दी थी। इसी के बाद इस जमीन पर कबिस्तान बनाया गया था। इस विरोध-प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थीं। लेकिन अंत मे प्रशासन ने जमीन को कब्जा मुक्त करवाकर पीड़ित को कब्जा दिलवा दिया।