यूपी के पीलीभीत जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा लगा रहे स्वयंसेवकों पर जानलेवा हमला किया गया। बसपा के नेता और कार्यकर्ता अचानक शाखा में पहुंचे और ध्वज उतारकर फेंक दिया। विरोध पर कातिलाना हमला किया। घटना से गुस्साए हिन्दू संगठन मैदान में उतर आए। इसके बाद तेजी से कार्रवाई करते हुए पीलीभीत पुलिस प्रशासन ने हमले में शामिल बसपा विधानसभा अध्यक्ष सहित कई लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, संघ की शाखा में हमले की घटना पीलीभीत में थाना जहानाबाद क्षेत्र के गांव रम्पुरा मिश्र में सामने आई है। पास के गांव सरौरा के रहने वाले देवेश संघ के स्वंयसेवक हैं। वह रम्पुरा मिश्र गांव में स्थित देवस्थान के पास संघ की शाखा लगाते हैं। पास में वंचित समाज बस्ती हैं, जहां के लोग बढ़-चढ़कर शाखा में भाग लेते हैं। यह बात स्थानीय बसपा नेताओं को नागबार गुजरी और हमले का षडयंत्र कर डाला। संघ कार्यकर्ता देवेश ने पुलिस को बताया कि जब वह देवस्थान के पास शाखा लगा रहे थे तो अचानक गांव का रहने वाला बसपा विधानसभा अध्यक्ष नागेन्द्र गौतम, सर्वेश कुमार अपने साथियों के साथ वहां आ धमके और हमला कर दिया। हमलावरों ने ध्वज उतारकर नीचे गिरा दिया और विरोध पर स्वयंसेवकों के साथ मारपीट की। गला दबाकर उनकी हत्या की भी कोशिश की गई। सूचना पर संघ और हिन्दू जागरण के पदाधिकारी व कायकर्ता जहानाबाद थाने पहुंच गए और हमलावरों पर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया।
इस बीच बसपा के कुछ नेता सफाई देने थाने आए तो वहां पुलिस की मौजूदगी में ही हालात टकराव के बन गए। हालात तनावपूर्ण देख थाना प्रभारी उमेश सोलंकी ने मुख्यालय जानकारी दी तो अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार, सीओ डॉ. प्रतीक दहिया जहानाबाद कोतवाली आ गए और कार्रवाई का भरोसा देकर हिन्दू संगठनों को शांत किया। एडीशनल एसपी अनिल कुमार ने मीडिया को बताया कि घटना का शिकार हुए संघ कार्यकर्ता देवेश की शिकायत पर हमलावर बसपा नेता नागेन्द्र गौतम, सर्वेश कुमार आदि के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गांव में शाखा की सुरक्षा में अब पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।