मैनपुरी में जेठ ने नवविहाहिता के साथ किया दुष्कर्म, शिकायत करने पर ससुरालीजन ने उसे ही पीटा

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में दहेज की मांग को लेकर ससुरालीजन ने नवविहाहिता को न सिर्फ प्रताड़ित किया बल्कि जेठ ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पति व सास-ससुर से बताने पर उन लोगों ने उल्टा उसे ही पीटा। इसके बाद कमरे में बंधक बना दिया। किसी तरह घर से निकल पाई पीड़िता थाने पहुंची। तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मामला कुर्रा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। गांव निवासी नवविवाहिता ने रविवार को कोतवाली में तहरीर दी। बताया कि उसकी शादी फरवरी 2023 में हुई है। शादी होने के बाद ससुरालीजन दहेज में कार की मांग करने लगे। इसी बीच वह गर्भवती हो गई। इस बात की जानकारी जब पति व अन्य ससुरालीजन को हुई तो षड़यंत्र किया।

बताया कि नौ मई को उसने तबीयत खराब होने की बात कही। इस पर ससुरालीजन बोले खुद जाकर डॉक्टर को दिखा आओ। इसके बाद भाई को बुलाकर उसके साथ डॉक्टर के पास गई। वहां पता चला कि उसका गर्भ खराब गया है। इसके बाद वह मायके चली आई। एक जुलाई को पति उसे विदा करवाकर ससुराल ले आए। दो दिन बाद ही उसे फिर से कार की मांग को लेकर प्रताड़ित किया जाने लगा।

पीड़िता ने बताया कि सात जुलाई की रात जेठ ने पिस्टल के बल पर उसके साथ दुष्कर्म किया। यह बात पति, सास, ससुर को बताई तो उन लोगों ने उल्टा उसे ही मारा पीटा। कमरे में बंद करके मोबाइल छीन लिया। अगले दिन कमरे से बाहर निकाला। जब उसने घर जाने की बात कही तो हवाई फायर किया। रविवार को पीड़िता ने थाने में तहरीर दी। इंस्पेक्टर प्रदीप सेंगर ने बताया कि तहरीर प्राप्त हुई है। जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

REPORT: YOGESH KUMAR

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g

आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ