पीलीभीत के बिलसंडा में मारपीट फायरिंग का वीडियो वायरल होने के बाद भी पुलिस ने मामले में खेल कर मामूली धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। घटना के छह दिन बाद में मारपीट में घायल हुए वृद्ध की इलाज के दौरान मौत से परिजन आक्रोशित हो गए। मुकदमे में आरोपी का नाम और धारा न बढ़ाने तक शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। पुलिस ने मुकदमे में हत्या की धारा और एक आरोपी का नाम बढ़ाया है। बाद में परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
गांव ढकिया में नौ फरवरी की शाम को शील कुमार और अजमेर सिंह के बीच रास्ते में खड़ी गन्ने की ट्राली को हटाने को लेकर विवाद हो गया था। विवाद में पहले ईंट-पत्थर व लाठी-डंडे चले। बाद में अजमेर सिंह पक्ष से कई राउंड फायरिंग की गई। फायरिंग से पूरे गांव में दहशत का माहौल हो गया। विवाद में दोनों पक्षों से नौ लोग घायल हुए थे। घायलों को सीएचसी बिलसंडा में भर्ती कराया गया। जहां शील कुमार पक्ष के राजेंद्र (65) को बरेली रेफर कर दिया गया।
परिजनों ने उन्हें बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां बुधवार को इलाज के दौरान राजेंद्र की मौत हो गई। वृद्ध की मौत से परिजन आक्रोशित हो गए और पुलिस की हीलाहवाली पर नाराजगी जाहिर की। बुधवार की देर शाम शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने अंतिम संस्कार मना कर दिया।
बृहस्पतिवार को पुलिस ने मुकदमे में बलबा, हत्या और एक आरोपी का नाम बढ़ाने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। अंतिम संस्कार में ग्रामीण और विधायक शामिल हुए। पुलिस ने अंतिम संस्कार होने के बाद राहत की सांस ली। एसओ जगदीप सिंह मालिक ने बताया कि मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ाई है। दो बंदूक, डंडा और कारतूस बरामद कर दो आरोपियों को जेल भेज दिया है।