कांग्रेस के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे। हालांकि दिग्गजों की मौजूदगी के बीच संख्या कम रहने पर गुटबाजी का भी शोर मचा रहा। भारतीय जनता पार्टी की ओर से केंद्र व प्रदेश सरकार के आवाहन पर शनिवार को कांग्रेस शासित प्रदेशों में किए जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।
नेहरु पार्क में सुबह साढ़े ग्यारह बजे कार्यक्रम संयोजक अमित संघर्षी की अगुवाई में भाजपाई जमा होने लगे। पहले पार्क में ही मुद्दे को लेकर विचार रखे गए। इसके बाद रूट मार्च निकालते हुए नकटादाना चौराहा तक गए। चूंकि सत्ताधारी दल का कार्यक्रम था तो पुलिस बंदोबस्त भी सख्त रहे। सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार दोनों अफसर काफी देर पहले ही जिला पंचायत गेस्ट हाउस के बाहर आकर खड़े हो गए।
कुछ समय बाद भाजपाई रूट मार्च निकालते हुए पहुंचे और दोनों अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि कांग्रेस सांसद धीरज साहू के एक ठिकाने से दो सौ करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई है। संपूर्ण देशवासियों के विश्वास पर आघात पहुंचा है। कांग्रेस सांसद धीरज साहू व कांग्रेस क्षरा भ्रष्टाचार में लिप्त होना स्वत: स्पष्ट है। ऐसे में मांग की गई कि कांग्रेस सांसद धीरज साहू की सांसद सदस्यता समाप्त की जाए।
अभरियान चलाकर जांच कमेटी गठित करते हुए भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई और उनके कमाए धान को जब्त किया जाए। भाजपा नेताओं की ओर से कांग्रेस के खिलाफ रूट मार्च निकालकर सौंपे गए ज्ञापन के दौरान कई दिग्गज शामिल थे। मगर उसके बाद भी भीड़ न जुट पाने को लेकर सुगबुगाहट तेज रही। कई जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी नदारद भी दिखाई दिए। ऐसे में गुटबाजी से जोड़कर चर्चाएं तेज हो गई।
इतना ही नहीं प्रदर्शन में शामिल कुछ भाजपाई खुद भीड़ कम होने की बात पर तंज कसते नजर आए। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह, राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार, बरखेड़ा विधायक जयद्रथ उर्फ स्वामी प्रवक्ता नंद, पीसीयू सभापति सुरेश गंगवार, मरौरी ब्लॉक प्रमुख सभ्यता देवी वर्मा, पूर्व सांसद बलराज पासी, पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा, सभासद साकेत सक्सेना, अरुण बाजपेई, स्वतंत्र देवल, सभासद रतना शुक्ला, दिनेश पटेल, शिव नारायण शर्मा, मनोज मिश्र, आनंद मिश्र एडवोकेट, भाजयुमो जिलाध्यक्ष चेतन शर्मा, अमनदीप मिश्रा, विकास वाल्मीकि आदि मौजूद थे।