पीलीभीत में भाजपा ने शुरू की नए चेहरों की तालाश, कट सकता है वरुण गांधी और मेनका गांधी का पत्ता

श में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कई सारी बातें सामने आ रही है या यूं कहे कि, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रही है वैसे वैसे देश की राजनीति में गर्माहट बढ़ती जा रही है। जिसके बाद एक और बड़ी खबर सामने आ रही है जिसमें बातें ये हो रही है कि, अब भापजा पीलीभीत से नए चेहरे खड़े करने का सोच रही है। जिसके बाद से मेनका गांधी और वरुण गांधी के सीट को लेकर संकट बढ़ता ही जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, एक सर्वे रिपोर्ट में पता चला है कि, सुल्तानपुर के भाजपा कार्यकर्ता स्थानीय सांसद मेनका गांधी से खफा हैं। जिसके चलते भाजपा अपना रुख थोड़ी बदलती हुई दिख रही है।

वरुण गांधी को खफा है लोग
मेनका गांधी के बाद उनके बेटे को लेकर आई सर्वे रिपोर्ट में मालूम पड़ता है कि, पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी के खिलाफ है। वहीं भाजपा का स्थानीय संगठन भी पूरी तरह सांसद के विरोध में हैं। पार्टी वहां से प्रदेश सरकार में कुर्मी समाज के एक राज्यमंत्री को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है।

जानिए नाराजगी का कारण
पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी पिछले तीन वर्षों से भाजपा से दूरी बनाए हैं। वरुण गांधी न तो विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करने आए। जिसके बाद भाजपा के उच्चपदस्थ पदाधिकारी ने बताया कि मेनका गांधी और वरुण गांधी केंद्र सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं। उल्लेखनीय है कि मेनका गांधी मोदी सरकार 1.0 में कैबिनेट मंत्री थी।