जिले की चारों विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा बना रहा। इस चुनाव में भाजपा ने तीन सीटों पर अपने विधायकों पर ही दांव लगाया था तो कायमगंज सुरक्षित सीट अपना दल (एस) को दे दी थी। इन चारों सीटों पर समाजवादी पार्टी ने कड़ा मुकाबला किया।
गुरुवार को चुनाव परिणाम घोषित हुए तो कायमगंज सीट पर डा. सुरभि ने 114647 मत पाकर जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सर्वेश अंबेडकर को 18247 मतों से हराया। यहां पर बसपा प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद को 18441 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी शकुंतला गौतम को 2243 मतों पर संतोष करना पड़ा। यहां 1617 लोगों ने नोटा में वोट डालकर सभी प्रत्याशियों को नकार दिया। अमृतपुर विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक सुशील शाक्य 98,848 वोट पाकर फिर से जीते। 54,162 वोट पाने वाले सपा के डा. जितेंद्र सिंह यादव दूसरे नंबर पर रहे। बसपा प्रत्याशी अमित कुमार सिंह को 13049 मत मिले। कांग्रेस के शुभम तिवारी 1313 वोट मिले। इस सीट पर नोटा 941 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया। भाजपा के कद्दावर नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की कर्मस्थली कही जाने वाली फर्रुखाबाद सदर सीट पर वर्तमान विधायक व उनके पुत्र मेजर सुनील दत्त द्विवेदी को ही भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने इस बार एक लाख पार का नारा देकर चुनाव लड़ा। उन्हें 111497 मत मिले। उन्होंने निकटतम सपा प्रत्याशी सुमन शाक्य को 38687 मतों से पराजित किया। इस सीट पर बसपा प्रत्याशी विजय कटियार को 16478 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी लुईस खुर्शीद को महज 2033 मत मिले। यहां 922 लोगों ने नोटा का भी प्रयोग किया। भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक व भाजपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह राठौर को इस बार 99979 मत मिले। उन्होंने सपा प्रत्याशी अरशद जमाल सिद्दीकी को 27458 मतों से हराया। यहां बसपा प्रत्याशी आलोक वर्मा को 15714 वोट मिले तो कांग्रेस प्रत्याशी अर्चना राठौर को महज 2053 मत हासिल हो सके। यहां 250 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना।