बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर हलचल भी तेज हो गई है। संभावना है कि 30 सितंबर तक बंद पिटारा खुल जाएगा। यह अलग बात है कि अंदरखाने सीट बंटवारे का खाका लगभग तैयार है। राजद और कांग्रेस पहले से लगभग ड्योढ़ी सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। कांग्रेस को इस बार लगभग 65 से 70 के बीच सीटें मिलने की उम्मीद है। वहीं वाम दलों के हिस्से करीब 20 सीटें आ सकती हैं। इसमें सबसे बड़ा भागीदार माले रहेगा। वहीं वीआईपी को मिलने वाली सीटें एक अंक में रहने की संभावना है।
राज्य विधानसभा चुनावों के लिए पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया एक अक्टूबर से शुरू हो जाएगी। वहीं महागठबंधन में अभी सीट बंटवारे की घोषणा नहीं हो पाई है। हालांकि महागठबंधन के नेताओं का तर्क है कि सीट बंटवारा तो अभी एनडीए में भी फाइनल नहीं हुआ। जहां तक राजद की अगुवाई वाले महागठबंधन का सवाल है तो खुद राजद 145 से 150 सीटों पर लड़ेगा। यहां तक कहा जा रहा कि पार्टी ने अपने तमाम उम्मीदवारों को चुनाव क्षेत्र में जाने की हरी झंडी भी दे दी है।
महागठबंधन के दलों की निगाहें अब उपेंद्र कुशवाहा के अगले कदम पर हैं। सूत्रों का कहना है कि यदि उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन का हिस्सा रहते हैं तो उनके हिस्से आठ से दस के करीब सीटें आ सकती हैं।