पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि उनके देश के लिए इमरान खान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा बड़ा खतरा हैं। पाकिस्तानी टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए आसिफ ने कहा- आप अपने विदेशी दुश्मन को जानते हैं। पाकिस्तान में लोग आज भी उस दुश्मन को पहचान नहीं पा रहे हैं जो यहां पैदा हुआ है। वो भारत से भी ज्यादा बड़ा खतरा है। इमरान खान हमारे बीच मौजूद हैं और वो पाकिस्तान के लिए PM नरेंद्र मोदी से ज्यादा खतरनाक हैं, लेकिन लोगों को यह नजर नहीं आ रहा है।
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने न्यूज एंकर से पूछा कि कौन ज्यादा खतरनाक है? वो जो हमारे बीच में है, या वह जो तुम्हारे सामने सीमा पार खड़ा है? उन्होंने कहा कि इमरान की गिरफ्तारी के बाद 9 मई को देश में जो दंगे हुए वो विद्रोह था और इमरान खान सबसे बड़े विद्रोही हैं। वो हमारे देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं और 9 मई इसका सबसे बड़ा सबूत है।
दूसरी तरफ, इमरान खान को एंटी-टेररिजम मामले में 13 जून तक जमानत मिल गई है। PTI चीफ इमरान खान को 9 मई को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। इमरान खान की गिरफ्तार पाक रेंजर्स की टीम ने की थी। इसके बाद उनके समर्थकों ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया था। पाकिस्तान की आर्मी ने इस दिन को देश के इतिहास का ‘काला दिन’ बताया था।
प्रदर्शन के दौरान PTI कार्यकर्ताओं ने मिलिट्री के 20 ठिकानों सहित आर्मी हेडक्वार्टर और कई टॉप कमांडरों के घर पर हमला किया था और नेशनल हाई-वे ब्लॉक कर दिए थे। इसके अलावा पुलिस की 100 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस हिंसा में करीब 10 लोगों की मौत हुई थी।
हालांकि, इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी गिरफ्तारी के दौरान हुई हिंसा में 25 PTI वर्कर्स की जान चली गई। साथ ही पुलिस ने देशभर में करीब 10 हजार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।
इसके बाद फौज के एक्शन को देखते हुए इमरान की पार्टी के 100 से ज्यादा नेता-सांसद अब तक PTI छोड़ चुके हैं। इससे पहले 1 जून को शाहबाज सरकार में मंत्री लतीफ ने कहा था- हिंसा भड़काने के मामले में इमरान का केस फौज की अदालत में चलेगा। इस हिंसा मामले में अब तक 300 महिलाओं समेत कुल 12 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 33 को फौज के हवाले किया गया है। PTI प्रेसिडेंट चौधरी परवेज इलाही को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
- पाकिस्तान की शाहबाज सरकार के मुताबिक, इमरान खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी।
- आरोप है कि यह रकम एक सीक्रेट अकाउंट के जरिए इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के खाते में ट्रांसफर कराई गई।
- इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
- होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- 50 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।