अगर आपने टैटू बनवाया है तो हो जाएं सावधान : डॉ. स्मृति कुशवाहा

आज “द दस्तक 24 ”की टैटू से होने वाली समस्याओँ के संबंध में डॉ. स्मृति कुशवाहा (MBBS,MD Physician-Ashoka Hospital Mumbai) से विशेष वार्ता हुई ,जिसके कुछ अंश आपके साथ साझा किये जा रहे हैं .
डॉ. स्मृति कुशवाहा के अनुसार टैटू बनवाने में दो से तीन घंटे लगते हैं, लेकिन इन्हें हटाने में छह महीने से लेकर एक साल तक लग जाता है। कई बार लेजर तकनीक के बाद भी पूरी तरह से टैटू खत्म नहीं होता। टैटू हटवाने के लिए भी लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। टैटू हटवाने वालों में सबसे ज्यादा वे लोग हैं, जिन्हें टैटू की वजह से मनचाहा जॉब नहीं मिल रहा। दूसरे वे लोग हैं, जो पहले रिलेशनशिप की वजह से नाम गुदवा लेते हैं, लेकिन रिलेशन खत्म होने के बाद उन्हें शादी में दिक्कत आती है। यही नहीं, टैटू से जानलेवा कैंसर होता है।
डॉ. स्मृति कुशवाहा ने बताया की टैटू के शौकीन लोगों के लिए बुरी खबर है। हाल ही में आई एक स्टडी से खुलासा हुआ है कि टैटू के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इंक के सूक्ष्म कण कई बार शरीर में चली जाती हैं। इससे इम्यून सिस्टम व नसों को नुकसान पहुंच सकता है। रिपोर्ट में सामने आया है कि सेंटीमीटर से लाखों छोटे साइज के इंक पार्टिकल्स में क्रोनियम मैंगनीज निकेल आदि मौजूद होते हैं।  डॉ. स्मृति कुशवाहा के अनुसार जब कोई टैटू बनवाने जाता है तो वह पार्लर चुनने में सावधानी बरतता है। लेकिन वह टैटू के लिए इस्तेमाल होने वाली इंक के बारे में नहीं सोचता।
टैटू बनाने में कई केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। इसकी स्याही को शीशा, तांबा और मैंगनीज जैसे धातुओं को मिलाकर तैयार किया जाता है। लाल स्याही में पारा होता है। इन्हीं धातुओं के कारण टैटू परमानेंट हो जाता है। टैटू हटाने या उसे बदलने के लिए लेजर से टैटू हटाना बाकी विकल्प से बेहतर साबित हो रहा है। आमतौर पर कई रंगों के टैटू के मुकाबले काले या दूसरे गहरे रंगों के टैटू का हटाना आसान होता है। ग्रीन या ब्लैक टैटू आसानी से हटाया जा सकता है, लेकिन येलो और वाइट मुश्किल से हटता है।
डॉ. स्मृति कुशवाहा के अनुसार :
डॉक्टर  का मानना है कि टैटू बनाने वाला कलाकार एक ही सूई का इस्तेमाल कई लोगों के ऊपर करता है।
इससे खून में इंफेक्‍शन फैलने के मौके बढ़ जाते हैं। साथ ही एड्स जैसी गंभीर बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है।
उन्‍होंने बताया कि टैटू बनवाते समय यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि जिस सूई का प्रयोग किया जा रहा है, वह नई हो।
साथ ही और अधिक सतर्कता बरतते हुए सूई को पहले किसी कीटनाशक स्प्रिट या डिटॉल से साफ करा लेना चाहिए।
आजकल के युवाओं में हॉलीवुड-बॉलीवुड की फिल्में देखकर और कलाकारों से प्रेरित होकर टैटू बनवाने का क्रेज बढ़ गया है।
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