पहलगांव में मौज कर रही बर्फानी बाबा की फौज-पूरनपुर के 20 और पीलीभीत जिले के 100 तीर्थयात्री दर्शन के इंतजार में।

पूरनपुर/पीलीभीत। पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते अमरनाथ तीर्थ यात्रा शनिवार को दूसरे दिन भी स्थगित रही। जिसके चलते पूरनपुर के 20 और जनपद भर के करीब 100 तीर्थयात्री अपने कैंपों में ठहरे हुए हैं। तीर्थयात्रियों ने किसी भी तरह की असुविधा होने से इनकार करते हुए कहा कि भोजन व ठहरने की व्यवस्था है और उन्हें कोई भी असुविधा नहीं है। सभी भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन की लालसा में जय घोष कर रहे हैं। कैंपों में भजन-कीर्तन भी चल रहा है।
4 जुलाई को पीलीभीत जनपद के लगभग 100 तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा पर रवाना हुए थे। इसमें पूरनपुर के तीर्थयात्रियों की संख्या 20 है। यह सभी तीर्थयात्री 5 जुलाई को जम्मू के बेस कैंप में पहुंच गए थे और 6 जुलाई को सुबह पहलगांव के लिए रवाना हुए और 7 जुलाई को इन लोगों को वहां से चंदनबाड़ी के लिए निकलना था और चंदनवाड़ी से पदयात्रा प्रारंभ करनी थी परंतु शुक्रवार से तेज बरसात शुरू हो गई जिसके चलते शुक्रवार को यात्रा अस्थाई रूप से स्थगित कर दी गई। रात भर भी बरसात जारी रही जिसके चलते शनिवार को भी यात्रा दूसरे दिन प्रारंभ नहीं हो सकी। इसके चलते तीर्थयात्री पहल गांव के बीएसएफ बेस कैंप में यात्रा प्रारंभ होने का इंतजार कर रहे हैं। तीर्थयात्रियों ने बताया कि उन्हें रहने व भोजन की कोई दिक्कत नहीं है। बीएसएफ कैंप में अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। ठहरने के लिए यात्रियों को खर्च करना पड़ रहा है जबकि भोजन के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा लंगर आयोजित किए जा रहे हैं। पेयजल, शौचालय आदि की भी व्यवस्था है। सुरक्षा के लिए बीएसएफ, सीआरपीएफ व जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान मुस्तैद हैं। सबसे बड़ी समस्या तीर्थयात्रियों के सामने समय काटने की है। इसको लेकर जहां लंगर के पंडालों में भजन कीर्तन किया जा रहा है वही अपने अपने तंबू व हटो में भी तीर्थयात्री भोले बाबा के भजन गा रहे हैं। सभी अपने-अपने ढंग से टाइम पास कर रहे हैं। पूरनपुर के तीर्थयात्री महावीर प्रसाद मिश्रा, विनीत गुप्ता, हरिओम उपाध्याय, पत्रकार सतीश मिश्र, सुनील मिश्रा, अरुण प्रजापति, सुशील मिश्रा, आकाश गुप्ता, विजय सिंह, इंद्रेश सिंह, अश्वनी शर्मा, नितिन गुप्ता आदि ने बताया कि वे लोग यात्रा प्रारंभ होने का इंतजार कर रहे हैं और उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं है। तीर्थ यात्रियों ने साफ कहा कि वे लोग वहां फंसे नहीं हैं और एक दो दिन में बरसात खुलते ही यात्रा शुरू करके बाबा के दर्शन की अभिलाषा रखते हैं।