बरेली-ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही,होते हैं जीरो पॉइंट पर एक्सीडेंट

बरेली-:-अफसरों के बंगलों, दफ्तरों, सुरक्षा बलों की कालोनियों और कैम्पों के आसपास के अलावा गुलाम जनता की हिफाज़त के लिए सड़क हादसों को रोकने के पुख्ता इन्तेज़ाम ना होने और डग्गामार जीपों, टैम्पो, ऑटो का पुलिस का नियमित सेवादाता होने का खमियाज़ा गरीब गुलाम जनता को ही भुगतना पड़ता है.

आज सवेरे सवेरे ही बरेली के दिल्ली रोड ज़ीरो प्वाइंट पर सवारिया लेकर जा रहा टैम्पों सड़क पार कर रहा था. जीरो पॉइंट पर ट्राफिक पुलिस ना होने की वजह से तेज रफ्तार ट्रक ने टेंपो को मार दी. टक्कर ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही की वजह से ड्राइवर कंडक्टर फरार हो गए.


हादसे मे कई लोग चुटैल हो गये, एक सवारी को ज़्यादा चोट आई है, जिस को गंभीर अवस्था में ट्रैफिक पुलिस ने प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस बुलाकर घायलों को अस्पताल भेजा जबकि घायलों को जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजना ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी है. परंतु ऐसा नहीं होता है क्योंकि प्राइवेट अस्पतालों में एक बड़ा कमीशन मिलता है. जिसकी वजह से पीड़ितों को सरकारी अस्पतालों में ना भेजकर प्राइवेट अस्पतालों में भेजा जाता है. एंबुलेंस ड्राइवरों और पुलिस का एक ऐसा नेटवर्क है जो चोटिल मरीजों को अपने कमीशन के चक्कर में लूटने को विवश करते हैं.