बरेली/यूपी-:–आईजी को कानून मंत्री और एसएसपी को डिप्टी सीएम के निजी सचिव बनकर फोन करने वालों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है । पुलिस को अब तक फर्जी कानून मंत्री और निजी सचिव का कोई सुराग नहीं लगा है । फर्जी कानून मंत्री की तलाश में कोतवाली की एक टीम झांसी में लगातार दबिश दे रही है । जबकि फर्जी सचिव को सर्विलांस के जरिए तलाश किया जा रहा है । अब तक दोनों का कोई सुराग नहीं लगा है । गौरतलब है कि सोमवार को आईजी राजेश पांडे को एक युवक ने फोन करके खुद को कानून मंत्री ब्रजेश पाठक बताकर दरोगा की पोस्टिंग की पैरवी की थी । लेकिन बातचीत के लहजे से आईजी ने उसको पकड़ लिया था कि वह कोई फर्जी व्यक्ति है। आईजी ने कहा था कि तुम तो मंत्री नहीं बोल रहे हो । जिसके बाद से युवक ने फोन काट दिया। इस मामले की जांच में सामने आया था कि आईजी को फोन झांसी से किया गया था । जिस नंबर से कॉल की गई है , वह जितेन्द्र के नाम पर है । जिसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम झांसी में डेरा डाले हुए है । इसके अलगे ही दिन एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के पास एक युक्क ने फोन कर खुद को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का निजी सचिव बताया था । फोन करने वाले युवक ने भोजीपुरा में दर्ज एक मामले में दूसरे पक्ष की ओर से भी रिपोर्ट दर्ज करने की पैरवी की गई थी । जिस पर एसएसपी को शक हुआ था । इस मामले में जांच करने पर पता चला था कि फोन करने वाला युवक फर्जी है । जिस नंबर से फोन किया गया था , वह नंबर शाहजहांपुर के किसी देवेश के नाम पर है। जिसकी तलाश में पुलिस लगी हुई है।फिलहाल फर्जी कानून मंत्री और निजी सचिव अब तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं।बरेली पुलिस का वरिष्ठ पत्रकार सुमित शर्मा से कहा कि जल्दी फर्जी व्यक्तियों गिरफ्तार कर लिया जाएगा।