बरेली-अंधविश्वास या अटूट आस्था शिव मंदिर की गाय के प्रताप से मरीजो को मिलती है मनोकामनाओ की पूर्ति

बरेली-यहां अंधविश्वास और अटूट विश्वास की कमी नही है,एक व्यक्ति टीका लगा कर बैठ जाए तो लोग उसे ब्रह्म का दर्जा दे बैठते हैं,दूसरे वही व्यक्ति रोज अपने घर जाकर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता है,माँ बाप को भद्दी गालियां देता है,उसे कोई नही देखता जब उसका चमत्कार उसका ज्ञान कहाँ चला जाता है खैर छोड़िये उसे हमारे देश मे बहुत से चमत्कार देखने और सुनने को मिलते हैं ।कहीं गणेश जी दूध पी जाते हैं,कहीं शिवजी की गाय सिर हिलाती दिखती है।कहीं गाय के भैंस का बच्चा तो भैंस के गाय का बछड़ा जन्म जाता है।कहीं पेड़ से बूंदे टपकने लगने से लोग उसे पीने पहुंच जाते हैं। आज भी हम आपको ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ एक गाय है और उस गाय की मान्यता है कि जो उससे कुछ मांगता है वह उसकी इच्छा जरूर पूरी करती है।गाँव फरीदापुर से कुछ दूरी पर बने मन्दिर की गाय के सामने अपनी मन्नत रखने से कोई निराश नहीं लौटता,स्थानीय लोगों की माने तो जब से तो यहाँ पर एक सुरंग है जिसमे से देवता मन्दिर में आकर रात में रुकते हैं।यहाँ के एक व्यक्ति ने तो अपने सपने के बारे में यहां तक कह दिया कि,उन्होंने अपने सपने में देखा कि यहां रात्रि में सभी देवता आए और अपना नृत्य के चले गए,