बरेली: ग्राम पंचायत शिवपुरी और बैरम नगर में प्रधान के अधिकार सीज, जानें पूरा मामलाबिना टेंडर प्रक्रिया के करा दिए लाखों रुपये के काम

बरेली – आँवला तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत शिवपुरी शेरगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत बैरम नगर में प्रधान के अधिकार सीज, किए गए जिलाधिकारी बरेली शिवाकांत द्विवेदी के आदेश पर मझगवां ब्लॉक की ग्राम पंचायत शिवपुरी व शेरगढ़ ब्लाक की ग्राम पंचायत बैरम नगर के प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी बरेली शिवाकांत द्विवेदी के आदेश पर ग्राम पंचायत शिवपुरी व बैरम नगर के प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए गए हैं। विकास कार्यों में हुई अनियमितता व शासकीय धनराशि के दुरूपयोग एवं गबन के चलते यह कार्रवाई की गई है। आदेश के मुताबिक ग्राम पंचायत बैरमनगर विकास खंड शेरगढ़ का बीते दिनों उपनिदेशक पंचायत बरेली मंडल व पंचायत राज अधिकारी स्थलीय निरीक्षण किया गया तो पंचायत कार्यालय का निर्माण मानकों के अनुरूप नहीं है। गांव में कराई गए सीसी कार्य की गुणवत्ता भी बेहद खराब है।
इसके अलावा ग्राम पंचायत के लिए जारी धनराशि में भी जमकर धांधली की गई है। निरीक्षण के समय सचिव ग्राम पंचायत जांच अधिकारी द्वारा धनराशि के अभिलेख स्पष्ट नहीं होने से वित्तीय दुरुपयोग पाया गया। जांच में पाया गया कि टेंडर प्रक्रिया न अपनाकर स्वेच्छा से ठेकेदारों के जरिए सीसीरोड का निर्माण हुआ। इस मामले में सचिव व तकनीकी अधिकारी के साथ-साथ ग्राम प्रधान शमसुल हसन समान रूप से दोषी हैं। ग्राम प्रधान ने स्पष्टीकरण मांगा गया तो वह कोई ठोस साक्ष्य नहीं बता सके। लिहाजा अब ग्राम प्रधान के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए गए हैं। दूसरी तरफ ग्राम पंचायत शिवपुरी विकास खंड मझगवां में भी अनियमितताओं एवं सरकारी धन के दुरुपयोग के चलते ग्राम प्रधान भागवती के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज किए गए हैं। शिवपुरी में जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया था। यहां भी टेंडर प्रक्रिया में दरों को किनारे कर वित्तीय नियमों का जमकर उल्लंघन हुआ। साथ ही अपने सगे संबंधियों को लाभ पहुंचाया गया। ग्राम प्रधान की तरफ से स्पष्टीकरण नहीं दिया गया जिसके बाद अब कार्रवाई की गई है। कार्य कराने के लिए दोनों ही ग्राम पंचायतों में तीन निर्वाचित ग्राम पंचायत सदस्यों की समिति गठित किए जाने के आदेश अलग से जारी किए जाएंगे।

रिपोर्टर – परशुराम वर्मा