बरेली : 5माह से फुके ट्रांसफार्मर को ठीक कराने के लिए 5घंटे पर बिजली घर पर नहीं पड़ा असर

बरेली :बरसेर बिजली उपकेन्द्र के गांव गुलड़िया अरिल में ट्रांसफार्मर लगभग 5 महीने पहले फुक चुके थे। रविवार को सुबह गुलड़िया अरिल के लगभग तीन ट्रैक्टर ट्राली भर कर गए कनेक्शनधारियों ने बरसेर बिजली उपकेन्द्र का घेराव किया।करीब 6 घंटे तक बरसेर बिजली उपकेन्द्र पर धरने पर बैठे रहे कनेक्शनधारियों के बीच जेई लक्ष्मी चन्द नही पहुंचे, किसी ने उपकेंद्र पर तैनात कर्मचारी ने जेई लक्ष्मी चन्द को आने से मना भी कर दिया था। परेशान बैठे गुलड़िया अरिल के डीलर पुष्पेंद्र सिंह यादव ने मंत्री धर्मपाल सिंह को पुरे मामले की फ़ोन पर जानकारी दी । धर्मपाल सिंह मंत्री ने तुरंत बरसेर बिजली उपकेन्द्र पहुंच कर उनकी समस्या को सुना और समस्या से निजात दिलाने का आश्वाशन दिया।
1- 27 फरबरी कनेक्शनधारियों ने जेई लक्ष्मी चन्द को शिकायत की पर नही सुनी गई ।फिर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भी दर्ज की गई।
2-21 मार्च को एसडीओ और जेई को कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की है, शिकायत में जेई लक्ष्मी चन्द ने बताया कि बिजली जाए या नही जाए, अपने कनेक्शन कटवा लें , की धमकी दी ।
3 – 15 मई को शिकायत की गई कि गांव के लोग परेशान हैं गांव के सभी लोगों का गर्मी में बेहाल हैं, गर्मी से तो यादराम पाल की मौत भी हो चुकी है । कई बच्चे, और बड़े बीमार भी चल रहे थे। ,
4 – 24 जुलाई को भी शिकायत की गई है कि गांव में जर्जर तारों को बदल कर केबल लगाई जाए, और पांच माह से फुके ट्रांसफार्मरों को बदला जाए,
कई बार शिकायत होने के बाबजूद असरदारों के कानों में जूं तक नही रेकी है, हाई स्कूल और इंटर के एग्जाम निकलने के बाद, गर्मी भी निकलने लगी और अब बरसात में कीड़े मकोड़ों से बचने के लिऐ बिजली की अवश्यकता पड़ेगी । 5 माह से अंधेरे में रह रहे ग्रामीणों की अभी तक किसी ने नही सुनी है। शिकायत की पर भी कोई सुनने वाला नही मिला।
नसीर खां, मोहम्मद रजा, और रामदयाल ने बताया , गर्मी से घर में छोटे छोटे बीमार पड़ रहे हैं और आधे गांव से ज्यादा गर्मी से लोग बीमार पड़े हैं। उन्हें हवा की बहुत जरुरत रहती है, ग्राम प्रधान चमन बेगम, कमलबाबू, भोला, महावीर सिंह, नियमत खान, प्रताप सिंह, बेदप्रकाश, सोमपाल प्रजापति, भूरे सिंह, मेसर खां, अफजल खान,जमील , पप्पू, नेकराम बौद्ध, लालाराम, ब्रह्मपाल आदि लोगों ने उपकेन्द्र बरसेर पर शिकायत की ।