बरेली : बिथरी चैनपुर के अंतर्गत आने बाली ग्राम पंचायत पदारथपुर में बीती रात मोहल्ला मिर्जा में अली रजा के दो बेटो तौहीद व तौसीफ का शादी समारोह था, जिसकी खुशी में वर पक्ष की तरफ से बार बालाओं के नृत्य का कार्यक्रम रखा गया था । प्राप्त सूचना के अनुसार जब बार बालाओं ने अश्लील नृत्य शुरू कर दिया जिसकी सूचना किसी ग्रामीण ने 112 पर कर दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुच गयी पर बिना किसी कार्यबाही के बापस लौट गयी, जिसके बाद बार बालाओं के ठुमके पूरी रात लगते रहे । देखने बाली बात यह है कि कुछ समय पूर्व फरीदपुर थाने में भी इसी तरह किसी गांव से बार बालाओं के नृत्य करने का मामला सामने आया था इसमें संबंधित थाने में आयोजक और डीजे वाले के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा कायम कर काफी सामान भी जप्त कर लिया गया था । लेकिन विथरी पुलिस द्वारा कोई लिखित कार्रवाई ना करना उसकी कार्यशैली पर गंभीर सवालिया निशान लगा रही है। सवाल ये उठता है की भारत देश में चंद कदमों की दूरी पर पानी और वाणी बदल जाती है ,क्या उसी प्रकार कानून में भी एक ही अपराध को करने की अलग-अलग सजाएं निर्धारित की गई है । जहां एक थाना उक्त प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सुसंगत धाराओं में मुकदमा कायम करता है, वही दूसरा थाना बिना किसी कार्रवाई के बार बालाओ को नृत्य करने की मूक सहमति कैसे प्रदान कर सकता है?