बरेली /यूपी :इस बार मानसून की बारिश न होने से किसान के दत्ड़क का ठिकाना नहीं है. किसान अपनी सूखती फसलों कोई देख कर खेत की मैडम पर रोने बैठ जाता है.बारिश न होने से हमारे देश के किसान जिनको हम आपके द्वारा अन्नदाता कहा जाता है. वह बहुत ही मायूस नजर आ रहे हैं क्योंकि बारिश न होने की बजह से अन्नदाता की फसलें सूख रही हैं और अब भविष्य का डर भी किसानों को सताने लगा है इसी क्रम में हमने कुछ किसानों से बातचीत की और उनका दर्द जाना समस्त जनपद सहित आंवला तहसील क्षेत्र के किसान सूखे की बजह से काफी परेशान हैं और कई अन्नदाताओं की फसलें अब सूखने लगी हैं तहसील आंवला के सिरौली के गांव कतरोई ठाकुरान में कुछ किसानों से इस मामले पर बातचीत की गई तो सामने आया कि इस बार सूखे की मार से अन्नदाता काफी मायूस दिख रहे हैं। इस बार समय से ना होने वाली बारिश से फसलों को अत्यधिक नुकसान पहुंचा है। लेकिन किसानों की विनती सुनने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है ग्राम कतरोई ठाकुरान के तमाम किसानों ने अपना दर्द बताया। जहां किसानों द्वारा बताया गया कि समय से बिजली ना आने से उनकी फसलें सूख रही है। जिससे पैदावार नहीं हो पा रही। और वह लगातार कर्ज में डूबते जा रहे हैं। सभी किसानों ने सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है। इसी क्रम में कल्याण पाल, दंगल सिंह, अजीत, मुकेश पाल सिंह, दिनेश पाल सिंह, विजय वीर सिंह, सत्यवीर सिंह, कुंवर पाल सिंह, पप्पू सिंह, वेदपाल सिंह, नेपाल सिंह, उमेश राठौर, देवेंद्र सिंह, रमेश चौहान, रविंद्र सिंह, धर्मपाल सिंह, बाबूराम, सुखपाल सिंह, विपिन सिंह, बचन सिंह, धनपाल सिंह, अमरपाल सिंह आदि किसान उपस्थित रहे।