बरेली – नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स

आँवला – तकाजा है कि मूल्यों से मनुज कल्याण हो जाये,
कोई आकर करे कोशिश कि धम्म का गान हो जाये।
दूर करुणा अहिंसा से सदा आतंक ही फैले,
जहाँ के अंगुलीमालो को बुद्ध का ज्ञान हो जाये।।

26 मई 2021 दिन बुद्धवार को बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर ग्राम लभेड़ा दुर्गा प्रसाद मीरगंज बरेली के बुद्ध प्रमियों के द्वारा बुद्ध पूर्णिमा को बड़े ही धूम धाम और हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ धुप प्रज्जलित कर बुद्ध बन्दना , त्रिशरण, एवं पंचशील का गुणगान करते हुए किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दीन दयाल मौर्य सहायक अध्यापक बेसिक शिक्षा विभाग बरेली ने तथागत बुद्ध जी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बुद्ध जी ने गृह त्याग कर पीपल के बृक्ष के नीचे 29 वर्ष की अवस्था में ज्ञान की प्राप्ति की। उन्होंने मानवता के कल्याण के लिए मानव मानव को एक समान समझा और किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया। उन्हीने सबको पढ़ने लिखने का अधिकार दिया। उन्हीने जातिवाद और ब्राह्मणवाद को समाप्त करने का कार्य किया। उन्होंने कर्म पर विश्वास किया। उन्होंने कहा कि इस संसार में दुःख है, तो दुःख का कारण भी है, और इसका समाधान भी है। इसके पश्चात तथागत बुद्ध जी को खीर का आहार भेंट किया गया। उसके वाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में विक्रम मौर्य, अनिल मौर्य, जगदीश मौर्य, अनिल दिवाकर, पुष्पेंद्र मौर्य, महेंद्र मौर्य, प्रेमपाल मौर्य वकील साहब, रवि मौर्य, राजेश कुमार मौर्य, हरीश राजपूत, पूरन लाल मौर्य , राजकुमार मौर्य, डॉ० वीरेंद्र मौर्य आदि बुद्ध प्रमियों ने अपने अपने विचार रखें।

रिपोर्टर – परशुराम वर्मा